मऊ :
पुलिस ने साइबर अपराधों से बचाव के बताए तरीकें।।
◆गुड टच-बैड टच की समझ एवं आत्मरक्षा के उपाय सिखाए।
।।देवेन्द्र कुशवाहा।।
दो टूक : उत्तर प्रदेश शासन द्वारा कम्युनिटी पुलिसिंग तथा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत, पुलिस अधीक्षक मऊ इलामारन जी द्वारा अमृत पब्लिक स्कूल सहादतपुरा मऊ मे "मिशन शक्ति फेज-5.0" के तहत एक विशेष जन-जागरूकता अभियान किया गया* इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जनपद की महिलाओं एवं बालिकाओं को सुरक्षा, सम्मान तथा आत्मनिर्भरता के प्रति जागरूक करना एवं उनकी समस्याओं के निराकरण हेतु पुलिस की सक्रिय भूमिका को स्थापित करना है।
पुलिस अधीक्षक मऊ इलामारन जी ने कहा कि सुरक्षित, सशक्त एवं आत्मनिर्भर महिला ही सशक्त समाज की नींव होती है। मऊ पुलिस मिशन शक्ति अभियान को केवल औपचारिकता के रूप में नहीं, बल्कि जनहित में एक निरंतर प्रयास के रूप में देखती है और इसके तहत महिलाओं की सुरक्षा व सशक्तिकरण के लिए लगातार प्रतिबद्ध रहेगी।
अभियान की प्रमुख गतिविधियाँ-
1. जनपद के सभी थाना क्षेत्रों में अभियान को व्यापक स्तर पर क्रियान्वित किया गया।
2. मिशन शक्ति टीमों एवं एंटी रोमियो स्क्वॉड द्वारा सामूहिक रूप से बाजारों, शिक्षण संस्थानों, सार्वजनिक चौराहों, बस स्टैंडों एवं अन्य भीड़भाड़ वाले स्थलों पर महिला सुरक्षा एवं अधिकारों को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
3. महिलाओं व छात्राओं को कानूनी अधिकार, सुरक्षा हेल्पलाइन नंबरों (जैसे 1090, 112, 181, 1930, 102 आदि ) की जानकारी दी गई एवं किसी भी आपात स्थिति में उनसे कैसे सहायता प्राप्त की जा सकती है, यह भी विस्तार से बताया गया।
4. जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को साइबर अपराधों से बचाव, गुड टच-बैड टच की समझ, एवं आत्मरक्षा के उपाय सिखाए गए।
विद्यालयों और महाविद्यालयों में संवाद सत्र-
1. इस अभियान के अंतर्गत मऊ पुलिस ने जनपद के विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं कोचिंग संस्थानों में जाकर छात्राओं के साथ सीधे संवाद स्थापित किया जा रहा है। छात्राओं को उनके अधिकारों की जानकारी देने के साथ-साथ यह भी बताया जा रहा है कि किसी भी प्रकार की शारीरिक या मानसिक उत्पीड़न की स्थिति में वे बिना झिझक पुलिस से संपर्क करें।
2. इन संवाद सत्रों में सहज वातावरण में चर्चा करते हुए छात्राओं को उनके आसपास होने वाली संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करना और उस पर प्रतिक्रिया देना सिखाया गया।
3. महिलाओं में विश्वास और सुरक्षा का भाव उत्पन्न करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम-इस अभियान के माध्यम से पुलिस ने यह संदेश देने का प्रयास किया कि महिला सुरक्षा एक सामूहिक दायित्व है,जिसमें पुलिस, समाज एवं परिवार की समान भूमिका होनी चाहिए।
4. पुलिस द्वारा चलाए गए जागरूकता कार्यक्रमों ने महिलाओं एवं बालिकाओं में भरोसे एवं आत्मविश्वास का वातावरण तैयार किया है।
◆जागरूकता कार्यक्रम के बाद उत्साहित।