सोमवार, 29 सितंबर 2025

मऊ :बच्चों ने सीखा गीला और सूखा कचरा अलग करना।||Mau:Children learned to separate wet and dry waste.||

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मऊ :
बच्चों ने सीखा गीला और सूखा कचरा अलग करना।
एलिमेंट्री कक्षाओं में स्वच्छता शिक्षा और रोल मॉडल प्ले से बच्चों को बनाया जा सकता है जागरूक नागरिक : डॉ. हेमन्त यादव।
।।देवेन्द्र यादव।।
दो टूक : मऊ जिला गंगा समिति, मऊ द्वारा संचालित नदी स्वच्छता जागरूकता अभियान के अंतर्गत आज श्रीमती सुदामी देवी कॉन्वेंट स्कूल, भीटी में स्वच्छता संबंधी विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को स्वच्छता, कचरे के सही निस्तारण और पर्यावरण संरक्षण के महत्व से परिचित कराना था। दिनभर चले आयोजनों में बच्चों ने न केवल स्वच्छता की बारीकियों को सीखा बल्कि व्यवहारिक रूप से उसका अभ्यास भी किया।
विस्तार:
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा बच्चों द्वारा गीले और सूखे कचरे का पृथककरण सीखना। बच्चों ने चॉकलेट खाकर उसके रैपर को अलग डब्बे में सुरक्षित किया और केले खाकर उसके छिलकों को हरे रंग के गीले कचरे वाले डब्बे में डालकर यह प्रदर्शित किया कि छोटे-छोटे प्रयासों से घर और समाज में स्वच्छता बनाए रखी जा सकती है। यह गतिविधि बच्चों के लिए मनोरंजक होने के साथ-साथ शिक्षाप्रद भी सिद्ध हुई।

इस अवसर पर जिला परियोजना अधिकारी, डॉ. हेमन्त यादव ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि कचरे का गलत निस्तारण केवल गंदगी ही नहीं फैलाता बल्कि मानव जीवन और पारिस्थितिकी तंत्र के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न करता है। उन्होंने विस्तार से बताया कि गीले और सूखे कचरे के अलगाव से न केवल पुनर्चक्रण (रीसाइक्लिंग) की प्रक्रिया आसान होती है बल्कि जैविक और अजैविक अपशिष्ट का प्रबंधन भी अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि यदि बच्चों को प्राथमिक स्तर पर ही स्वच्छता की शिक्षा दी जाए तो वे जीवनभर इसके महत्व को समझते हैं। एलिमेंट्री कक्षाओं में स्वच्छता शिक्षा और रोल मॉडल प्ले के माध्यम से बच्चों को जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनाया जा सकता है।


बच्चों ने भी इस अवसर पर स्वच्छता की शपथ ली और संकल्प लिया कि वे स्वयं तो स्वच्छता का पालन करेंगे ही, साथ ही परिवार और समाज को भी इसके लिए जागरूक करेंगे।


कार्यक्रम के अंतर्गत नदी भ्रमण का आयोजन भी किया गया, जिसमें बच्चों ने तमसा नदी के तट का दौरा किया। सुदामी देवी कॉन्वेंट स्कूल के प्रधानाचार्य  उमेश चंद्र के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं ने गीतों और नारों के माध्यम से जनमानस को गंगा और तमसा नदी को स्वच्छ व स्वस्थ रखने का संदेश दिया।

विद्यार्थियों – सीता यादव, सुनैना गौतम, खुशी साहनी, रुचि, अंजनी और राज सिंघानिया – ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से स्वच्छ गंगा अभियान का सार्थक संदेश दिया। इन प्रस्तुतियों ने न केवल उपस्थित लोगों को प्रभावित किया बल्कि गंगा और तमसा नदी की पवित्रता और महत्ता को भी उजागर किया।

विद्यालय के प्रबंधक जयप्रकाश प्रजापति ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि स्वच्छता केवल विद्यालय परिसर तक सीमित नहीं रहनी चाहिए बल्कि यह जीवन का अभिन्न हिस्सा बननी चाहिए। उन्होंने बच्चों को समाज में परिवर्तन का वाहक बनने और स्वच्छता का संदेश हर घर तक पहुँचाने के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर संदीप गुप्ता, संदीप कुमार, प्रीति सितम, निधि चौहान और पूजा राजभर सहित अनेक शिक्षक और समाजसेवी उपस्थित रहे। सभी ने बच्चों के उत्साह और प्रस्तुतियों की सराहना की तथा आशा व्यक्त की कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से नई पीढ़ी स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अधिक जागरूक बनेगी।
अभियान के अंतर्गत आयोजित यह कार्यक्रम न केवल बच्चों के लिए शिक्षाप्रद रहा बल्कि समाज को भी यह संदेश देने में सफल हुआ कि यदि बच्चे स्वच्छता की ओर सकारात्मक कदम बढ़ा सकते हैं तो वयस्कों को भी अपने कर्तव्यों का गंभीरता से पालन करना होगा। बच्चों की छोटी-छोटी पहलें आने वाले समय में बड़े सामाजिक बदलाव की नींव रख सकती हैं।
जन-जागरूकता कार्यक्रम की एक झलक।