लखनऊ :
प्रोद्योगिकी के ध्वजा वाहक थे विश्वेशरैया : इं० संदीप श्रीवास्तव ।
दो टूक : देश और प्रदेश के विकास में अभियंताओं का महत्वपूर्ण योगदान है, ये हमारे राष्ट्र के निर्माता है । अभियंता वही हैं जिनके कारण आज हम बहुत सीमित समय में सरलता से गांव से शहर और एक शहर से दूसरे शहर से जुड़े हैं । अभियंताओं ने प्रद्योगिकी विकसित कर देश को एक सूत्र में बांधने का काम किया है । राष्ट्र के लिए जीने वाला अभियंता कर्मचारी नही बल्कि वैज्ञानिक हैं । ये बातें उत्तर प्रदेश सिंचाई एवं जलसंसाधन विभाग सिविल डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ वाल्मी शाखा अध्यक्ष इं० संदीप श्रीवास्तव ने भारत के महान इंजीनियर भारत रत्न मोक्षगुण्डम् विश्वेश्वरैया के 165वें जन्मदिन के अवसर पर 15 सितम्बर को रायबरेली रोड के उतरटिया स्थित वाल्मी भवन के विश्वेश्वरैया सभागार में आयोजित अभियंता दिवस समारोह के अवसर पर कही । उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के ध्वजवाहक भारतरत्न इं० मोक्षगुण्डम विश्वेश्वरैया ने अभियंत्रण की विधा से कुशल प्रबंधन एवम् नियोजन के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में बहुमूल्य योगदान देते हुए बांधों, विद्यालयों और रेल के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान दिया है । अपनी विलक्षण प्रतिभा, दूरदर्शिता एवं कड़े परिश्रम से देश को विकासोन्मुख दिशा प्रदान करने के कारण वर्ष 1955 में उन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान भारतरत्न से सम्मानित किया गया और उनके जन्मदिन को अभियंता दिवस के रूप में मनाया जाता है । उनके द्वारा समय की रेत पर छोड़े गए अनगिनत निशान हमे उनकी याद दिलाते रहेंगे । इस मौके पर वाल्मी शाखा के अवर अभियंता संजीव कुमार श्रीवास्तव, राम बहादुर, पवन मिश्रा, राजेश कुमार, रवि प्रकाश, अमित कुमार, अजय श्रीवास्तव समेत बड़ी संख्या में सिंचाई विभाग के इंजीनियर मौजूद रहे ।
