शनिवार, 13 सितंबर 2025

लखनऊ :पड़ोसी देशों में लोकतंत्र पर आघात बेहद चिंताजनक : प्रमोद तिवारी।।||Lucknow:The attack on democracy in neighbouring countries is extremely worrying: Pramod Tiwari.||

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लखनऊ :
पड़ोसी देशों में लोकतंत्र पर आघात बेहद चिंताजनक : प्रमोद तिवारी।।
दो टूक : राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि भारत के नक्शे के चारों तरफ जिस तरह से लोकतंत्र पर आघात पहुंच रहा है वह बेहद चिंताजनक है। पडोसी देश श्रीलंका, म्यांमार, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान में लोकतंत्र समाप्त होना वैश्विक परिवेश में गंभीर स्थिति उत्पन्न कर गया है। 

वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी कहा कि डाॅ. अम्बेडकर, पं. जवाहरलाल नेहरू व पूर्ववर्ती सरकारों ने देश के लोगों को मताधिकार का सुरक्षित अधिकार संरक्षित किया है। 
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि व्यक्ति के मताधिकार से उसे अपनी खुशी और नाराजगी जाहिर करने का मिलने वाला मौका ही देश के लोकतंत्र की परिपक्वता बनाए हुए है। वहीं उन्होनें पीएम मोदी की घेराबंदी करते हुए कहा कि मौजूदा केन्द्र सरकार की नीतियों में अपरिपक्वता के कारण घरेलू एवं बाहरी मोर्चे पर लगातार हताशाजनक स्थिति बनी हुई है। उन्होने कहा कि किसानों को समय से यूरिया खाद न मिल पाने के कारण चावल उत्पादन को लेकर निराशाजनक हालात बन रहे हैं। कृषि क्षेत्र मंे सरकार के कमजोर प्रबंधन के कारण अभी से ही राष्ट्रीय स्तर पर चावल उत्पादन घटने का अनुमान बेहद चिंताजनक है। उन्होने कहा कि बिजली की आपूर्ति के क्षेत्र में भी सरकार के दावे रोज निराशाजनक तस्वीर लिये हुए है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की सर्वाधिक कटौती के चलते आम आदमी से लेकर कारोबारी क्षेत्र तक हलाकान हो रहा है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने मोदी सरकार के कार्यकाल में लगातार ढह रहे अर्थव्यवस्था को लेकर भी तगड़ा वार किया। उन्होनें कहा कि डाॅलर के मुकाबले रूपये का लगातार टूटना घरेलू मुद्रा की कमजोरी केंद्र की बीजेपी सरकार की सबसे बड़ी अक्षमता है। उन्होने कहा कि रूपया 84.47 के सर्वाधिक निचले स्तर पर गिरा है। अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में लड़खड़ाहट के चलते इस समय खुदरा मंहगाई बढ़ने से घरेलू क्षेत्र में रोजमर्रा की चीजों के दाम फिर से आसमान छूने लगे हैं। उन्होने कहा कि जीएसटी दरों में कटौती भी मोदी सरकार के राज में पूंजीपतियों की मुनाफाखोरी पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि दैनिक उपभोग के उत्पाद बनाने वाली कंपनियों ने सीधेतौर पर जीएसटी दरों में कमी के अनुपात में एमआरपी घटाने से साफ मना कर दिया है। उन्होेने कहा कि मोदी सरकार की कमजोर विदेशनीति के कारण देश दुनिया में पीएम की बातों का भरोसा पूरी तरह उठ चुका है। उन्होने कहा कि आधार को सुप्रीम फैसले के बाद बारहवें दस्तावेज के रूप में मंजूरी मिलना निर्वाचन आयोग की जिद पर करारा तमाचा है। उन्होनें कहा कि निर्वाचन आयोग का रवैया पूरी तरह से अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ने का दिखा है। विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस और सम्पूर्ण विपक्ष लोकतंत्र में मतदाताओं के मौलिक अधिकार को सुरक्षित व सुनिश्चित बनाए रखने के लिए पूरी तरह अडिग है। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने देश के नये उप राष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन को जीत पर शुभकामनाएं भी दी हैं। उन्होने संसद के राज्यसभा की कार्रवाई के संचालन में नए उप राष्ट्रपति को सभापति के रूप में विपक्ष की ओर से रचनात्मक सहयोग का भरोसा भी दिलाया। उप राष्ट्रपति चुनाव को लेकर उन्होनें विपक्षी एकता की मजबूती का भी दावा ठोंका। उन्होेने कहा कि पिछली बार उप राष्ट्रपति के चुनाव में विपक्ष को छब्बीस प्रतिशत मत मिले थे। इस बार मजबूत विपक्षी एकता के चलते विपक्ष को डेढ़ गुना अधिक चालीस प्रतिशत मत प्राप्त हुए हैं। उन्होने कहा कि लगातार मजबूत हो रही विपक्षी एकता मोदी सरकार के लिए खतरे की घंटी का आगाज है। उन्होने कहा कि भाजपा उप राष्ट्रपति चुनाव में क्रास वोटिंग को खुद कबूल कर रही है। उन्होने कहा कि इससे भी विपक्ष के वोट चोरी के मुददे को और मजबूत नैतिक बल मिल सका है।

(ज्ञान प्रकाष शुक्ला)
  मीडिया प्रभारी
मा. प्रमोद तिवारी
      सांसद, राज्य सभा