गुरुवार, 25 सितंबर 2025

लखनऊ :जो नित्य और अविनाशी है वही सनातन है : विश्वभूषण मिश्र।|Lucknow:That which is eternal and indestructible is eternal: Vishwabhushan Mishra.||

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लखनऊ :
जो नित्य और अविनाशी है वही सनातन है : विश्वभूषण मिश्र।
◆कवि गोष्ठी व व्याख्यान में कवियों ने बिखेरी छटा।
दो टूक : राजधानी लखनऊ के छावनी के आरए बाजार तोपखाना स्थित माध्यमिक विद्यालय के सभागार में भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय छावनी परिषद लखनऊ द्वारा हिंदी के प्रचार प्रसार व सम्मान में 14 से 30 सितंबर के मध्य चलाए जा रहे हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत कवि-गोष्ठी एवं व्याख्यान का आयोजन किया गया । इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे सुप्रसिद्ध साहित्यकार व मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट एवं उत्तर प्रदेश धर्मार्थ कार्य विभाग के संयुक्त निदेशक विश्वभूषण मिश्र ने अपने उद्बोधन में कहा कि हिंदी अनादि काल से चली आ रही एक सरल और सहज भाषा है । इस देश पर आक्रांताओं ने आक्रमण कर राज करते हुए यहां की संस्कृति, सभ्यता और भाषा को नष्ट करने अथक प्रयास किया लेकिन हम न तो नष्ट हुए और न ही हमने अपनी संस्कृति और सभ्यता को छोड़ा हम आज भी दृढ़ निश्चय के साथ वहीं हैं और यही सनातन है । मुख्य अतिथि ने कहा कि जहां स्वतंत्रता के उपरांत हिंदी भाषा का मानकीकरण कर हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा देकर हिंदी के प्रयोग और प्रोत्साहन के लिए विविध रूप आजमाए गए वहीं स्वतंत्रता से पूर्व भी मोतीलाल नेहरू ने अंग्रेजी हुकूमत के समक्ष हिंदी को राजभाषा के रूप में मान्यता देने की बात कही थी लेकिन अंग्रेजी हुकूमत का साफ कहना था कि वैविध्यपूर्ण देश में हिंदी भाषा का कोई महत्व नहीं है । उन्होंने कहा कि हिंदी का जिक्र करते हुए कहा कि हिंदी सनातन में समाई हुई है और जो नित्य व अविनाशी है वही सनातन है । वहीं कार्यक्रम में बतौर विशिष्ठ अतिथि मौजूद रहे सुप्रसिद्ध कवि एवं गीतकार रामायण धर द्विवेदी ने विसंगतियों और उम्मीदों पर आधारित अपनी रचनाओं "प्रेम का बीज अब एक अंकुर बने, मंथरा सी पतित सोच भंगुर बने", "किस तरह पेड़ फूले फलें, जब जड़ें डालियों से जलें",  "अगर मगर कर समय बिताना छोड़िए, अंधियारे में तीर चलाना और बालू पर भीट बनाना छोड़िए" जैसी प्रस्तुतियों के माध्यम से सभागार में मौजूद श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर खूब तालियां बटोरी ।आयोजित कवि गोष्ठी एवं व्याख्यान की शुरुआत मुख्य अतिथि के द्वीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के नृत्य नाटिका से हुई । कार्यक्रम में मौजूद छावनी परिषद के उप मुख्य अधिशाषी अधिकारी आरपी सिंह, जनसंपर्क संपर्क अधिकारी अभिनव गुप्ता समेत छावनी परिषद के नामित सदस्य प्रमोद शर्मा व समाज सेविका रंजीता शर्मा ने अतिथियों को पुष्प गुच्छ, स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र भेंट कर उनका स्वागत किया ।