🚨 गौतमबुद्धनगर पुलिस की पीआरवी ने दिखाई तत्परता, 8 महीनों में 6 लोगों की जान बचाई 🚨
दो टूक:: गौतमबुद्धनगर।
पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह के कुशल निर्देशन में पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की पीआरवी इकाई ने लगातार तत्परता और संवेदनशीलता का परिचय दिया है। आत्महत्या जैसी गंभीर परिस्थितियों में समय रहते मौके पर पहुंचकर पीआरवी कर्मियों ने 01 जनवरी 2025 से 31 अगस्त 2025 तक छह अलग-अलग लोगों की जान बचाकर उनके परिवारों को गहरे संकट से बाहर निकाला।
रेलवे ट्रैक से उतारा युवक
21 अगस्त को थाना दादरी क्षेत्र में पीआरवी कर्मियों ने एक युवक को रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या करने से बचाया। कॉलर ने केवल इतना बताया था कि वह जान देने जा रहा है, लेकिन सही पता नहीं बताया। पुलिस टीम ने सूझबूझ से पड़ताल की और युवक को समय रहते ट्रैक से हटाकर उसकी जान बचाई।
बंद कमरे से बचाई जिंदगी
2 अगस्त को थाना बादलपुर क्षेत्र में पड़ोसी की सूचना पर पीआरवी कर्मियों ने कमरे का दरवाजा तोड़कर फांसी लगा रहे युवक को सुरक्षित नीचे उतारा। पारिवारिक विवाद से आहत युवक को समय रहते बचा लिया गया।
नाले में कूदने जा रही लड़की को रोका
27 जून को थाना सेक्टर-49 क्षेत्र में सेक्टर-101 मेट्रो स्टेशन के पास एक लड़की आत्महत्या के लिए नाले में कूदने की कोशिश कर रही थी। पीआरवी कर्मियों ने धैर्यपूर्वक बातचीत कर उसे समझाया और सुरक्षित वहां से हटाया।
जहरीला पदार्थ खाने वाली महिला की जान बचाई
12 जून को थाना सेक्टर-113 क्षेत्र में ग्रहकलेश से आहत महिला ने जहरीला पदार्थ खा लिया था। पीआरवी टीम ने बिना समय गंवाए उसे अपने वाहन से अस्पताल पहुंचाया और उसकी जान बचाई।
शराब के नशे में उठाया गलत कदम
11 जून को सेक्टर-49 क्षेत्र की महागुन सोसाइटी में एक व्यक्ति शराब के नशे में कमरे का दरवाजा बंद कर आत्महत्या की कोशिश कर रहा था। सूचना पर पहुंची पीआरवी टीम ने दरवाजा तोड़कर युवक को बचाया और तत्काल अस्पताल भिजवाया।
पेड़ पर फांसी लगाने चढ़ा युवक
19 मई को सूरजपुर क्षेत्र के देवला गांव में एक युवक पेड़ पर फांसी लगाने जा रहा था। पीआरवी कर्मियों ने बड़ी मशक्कत से उसे नीचे उतारा और चौकी पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
पुलिस की मानवीय पहल
इन सभी घटनाओं में पीआरवी कर्मियों ने न केवल तत्परता और संवेदनशीलता का परिचय दिया, बल्कि मानवता का भी उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया। समय पर की गई इन कार्रवाइयों से छह अलग-अलग परिवारों की जिंदगी बर्बाद होने से बच गई।
परिजनों और स्थानीय लोगों ने पीआरवी की त्वरित कार्रवाई, साहस और मानवीय दृष्टिकोण की भूरी-भूरी प्रशंसा की।।