यूपीआईटीएस 2025 : ‘अंत्योदय’ से ‘राष्ट्रोदय’ की ओर बढ़ता उत्तर प्रदेश – सीएम योगी!!
दो टूक :: ग्रेटर नोएडा/लखनऊ, 25 सितम्बर। उत्तर प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रदर्शनी (UPITS 2025) के तीसरे संस्करण के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अंत्योदय के मार्ग से ही राष्ट्रोदय का सपना साकार होगा। उन्होंने कहा कि यूपीआईटीएस केवल एक व्यापार मेले का मंच नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के जरिए साकार करने का सशक्त माध्यम है।
मुख्यमंत्री ने रूस को पार्टनर देश के रूप में स्वागत करते हुए बताया कि इस बार 80 देशों से 550 से अधिक खरीदार और यूपी के 75 जिलों से 2,250 प्रदर्शक इस मेले में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह आयोजन “न्यू यूपी ऑफ न्यू इंडिया” और “विकसित यूपी ऑफ विकसित भारत” को मजबूत करेगा।
जीएसटी सुधार – गरीबों और मध्यमवर्ग के लिए ‘दीपावली उपहार’
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि यूपीआईटीएस प्रधानमंत्री की अगुवाई में जीएसटी सुधार लागू होने के बाद उनकी प्रदेश यात्रा का पहला अवसर है। उन्होंने इसे गरीब, किसान, महिला, युवा, व्यापारी और लघु उद्योगों के लिए “शानदार दीपावली तोहफा” बताया। उन्होंने कहा कि चार कर स्लैब घटकर दो हो जाने से बाजारों में नई जान आई है। “पिछले चार दिनों में उपभोक्ताओं की वापसी ने गरीब, किसान, मजदूर और व्यापारी सभी वर्गों को राहत दी है,” उन्होंने जोड़ा।
युवा रोजगार और उद्यमिता को नया आयाम
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना युवाओं को नौकरी मांगने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनाना है। इस दिशा में पीएम स्टार्टअप, स्टैंडअप योजना और पीएम इंटर्नशिप ने मार्ग प्रशस्त किया है। उत्तर प्रदेश ने सीएम युवा उद्यमी योजना 24 जनवरी 2025 से लागू की, जिससे अब तक 90 हजार से अधिक युवाओं को लाभ मिला है।
कला, शिल्प और जीआई उत्पादों का सम्मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने हमेशा कारीगरों और शिल्पियों का सम्मान किया है। विश्वकर्मा योजना ने इसे और गति दी है। यूपी का ODOP और विश्वकर्मा श्रम सम्मान कार्यक्रम 4 लाख से अधिक शिल्पियों को प्रशिक्षण दे चुका है।
उन्होंने बताया कि यूपी 77 जीआई उत्पादों के साथ देश की जीआई राजधानी बन चुका है। इस वर्ष 75 नए उत्पादों के लिए भी आवेदन किया जा रहा है। मेले में 60 से अधिक जीआई टैग वाले स्टॉल आकर्षण का केंद्र हैं।
एमएसएमई, निवेश और औद्योगिक विस्तार
सीएम योगी ने बताया कि प्रदेश में 96 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयाँ संचालित हो रही हैं, जो 2 करोड़ से अधिक युवाओं को रोजगार दे रही हैं। कृषि के बाद एमएसएमई प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी रोजगार शक्ति बन चुकी है।
उन्होंने कहा कि फरवरी 2023 में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 40 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव मिले, जिनमें से 12 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएँ ज़मीन पर उतर चुकी हैं और नवंबर में 5 लाख करोड़ रुपये के ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की तैयारी चल रही है।
आईटी और सेमीकंडक्टर हब बन रहा यूपी
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी आज आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर निर्माण का वैश्विक केंद्र बन रहा है। प्रदेश भारत के मोबाइल फोन उत्पादन का 55% और मोबाइल कॉम्पोनेंट उत्पादन का 50% से अधिक योगदान कर रहा है।
उन्होंने कहा कि मजबूत सड़क, हवाई, रेल और जल कनेक्टिविटी, बेहतर कानून व्यवस्था और निवेश समर्थक माहौल ने यूपी को निवेशकों की पहली पसंद बना दिया है।
‘बीमारू’ से ‘विकसित भारत’ का इंजन बनेगा यूपी
सीएम योगी ने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ‘बीमारू’ छवि को तोड़कर विकसित भारत का विकास इंजन बनेगा। उन्होंने उद्योग, अकादमिक जगत, अनुसंधान संस्थानों और समाज को मिलकर आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की ओर बढ़ने का आह्वान किया।
इस अवसर पर योगी सरकार के कई मंत्री, सांसद और वरिष्ठ जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।।