एफडीआरसी की पहल से टूटा परिवार फिर जुड़ा, पुलिस की मानवीय पहल से लौटी खुशियां!!
!!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!
बड़ी और अच्छी खबर:
दो टूक :: गौतमबुद्धनगर
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह के निर्देशन और डीसीपी महिला सुरक्षा/साइबर के नेतृत्व में फैमिली डिस्प्यूट रेजोल्यूशन सेंटर (FDRC) लगातार पारिवारिक विवादों को सुलझाने और बिखरते परिवारों को जोड़ने का कार्य कर रहा है। इस मानवीय पहल का उद्देश्य परिवारों को टूटने से बचाना, समाज में स्थिरता लाना और महिलाओं-बालिकाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
इसी क्रम में सेक्टर-108 स्थित एफडीआरसी में प्राप्त एक प्रकरण में आवेदिका प्रगति (काल्पनिक नाम) ने अपने पति पीयूष (काल्पनिक नाम) व ससुरालीजनों के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई थी। विवाह के बाद आपसी मतभेदों के चलते दोनों के बीच दूरी आ गई थी और पत्नी करीब 3 माह से अलग रह रही थी।
एफडीआरसी प्रभारी, महिला पुलिस टीम, प्रोफेशनल काउंसलर्स और मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञों ने संवेदनशीलता से दोनों पक्षों की अलग-अलग तिथियों (29 जुलाई, 13 अगस्त और 28 अगस्त 2025) को काउंसलिंग की। संवाद और परामर्श के माध्यम से दोनों को समझाया गया कि परिवारिक विवादों का समाधान आपसी बातचीत और विश्वास से ही संभव है। लगातार प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आए और पति-पत्नी ने फिर से साथ रहने का निर्णय लिया।
इस पहल से न केवल एक बिखरता परिवार बचा, बल्कि समाज को यह संदेश भी मिला कि पुलिस केवल कानून-व्यवस्था की रखवाली तक ही सीमित नहीं, बल्कि परिवारिक सौहार्द और सामाजिक समरसता की पुनःस्थापना में भी अहम भूमिका निभा रही है।
इसके साथ ही मिशन शक्ति 5.0 अभियान को नवरात्रों के अवसर पर विशेष रूप से सक्रिय किया गया है। इसके तहत महिलाओं और बालिकाओं को अधिकारों, साइबर सुरक्षा और आत्मरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है। महिला बीट अधिकारी समाज में सुरक्षा की भावना और बेटियों में आत्मविश्वास जगाने के लिए लगातार काम कर रही हैं।
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर का यह प्रयास महिला सुरक्षा, सामुदायिक सहयोग और अपराध निवारण को और अधिक मजबूत बना रहा है, जिससे समाज में विश्वास और सुरक्षा की भावना सुदृढ़ हो रही है।।