लखनऊ :
विश्वविद्यालयों मे RSS का कब्जा,शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है: अजय राय।।
दो टूक : प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी शिक्षक प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों,कार्यकर्ताओं की एक दिवसीय ‘‘शिक्षक प्रकोष्ठ प्रतिनिधि चिंतन कार्यशाला’’ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव, प्रभारी उत्तर प्रदेश अविनाश पाण्डेय के मुख्य आतिथ्य में एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
कार्यशाला में प्रो0 प्रदीप सिंह जी, प्रदेश महामंत्री फुपुक्टा एवं डॉ0 रविकांत जी-प्रोफेसर लखनऊ विश्वविद्यालय मुख्य रूप से शामिल हुए। कार्यशाला का संयोजन उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी शिक्षक प्रकोष्ठ के कोऑर्डिनेटर डॉ अमित राय ने एवं संचालन को-कोऑर्डिनेटर डॉ0 श्रवण कुमार गुप्ता जी ने किया।
विस्तार :
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव, प्रभारी उ0प्र0 अविनाश पाण्डेय ने कहा कि शिक्षक समाज के निर्माता हैं। प्रदेश में चल रहे संगठन सृजन कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक प्रकोष्ठ समय-समय पर बड़ी भूमिका का निर्वहन करता रहा है। इस प्रकोष्ठ के माध्यम से प्रदेश में नई क्रांति का संचार होगा। एक प्रभारी के रूप में मेरी बहुत सारी उम्मीदें इस प्रकोष्ठ से जुड़ी हुई हैं। क्योंकि मैं एक छात्र आंदोलन से चलकर यहां तक पहुंचा हूं। लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई जो राहुल गांधी सड़कों पर उतरकर लड़ रहे हैं उसे सफल बनाने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है क्योंकि शिक्षक राजनैतिक दृष्टिकोण की दिशा और दशा दोनों बदल सकते हैं।
श्री पाण्डेय ने बताया कि संगठन सृजन के तहत प्रदेश भर के सभी जनपदों एवं स्कूल और कॉलेज में शिक्षक प्रकोष्ठ की यूनिट का गठन किया जाएगा। शिक्षक प्रकोष्ठ जिलों और मंडलों में गोष्ठियों का आयोजन करेगा जिसमें शिक्षकों की समस्याओं पर चर्चा होगी। शिक्षकों की समस्याओं को लेकर दिसंबर माह में प्रदेश स्तरीय आंदोलन किया जाएगा। विधान परिषद चुनाव में कांग्रेस पार्टी पूरी मजबूती के साथ उतरेगी और शिक्षक प्रकोष्ठ वोटर बनवाने के साथ-साथ एनएसयूआई और यूथ को भी मजबूती प्रदान करेगा।
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कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव, प्रभारी उ0प्र0 अविनाश पाण्डेय ने कहा कि शिक्षक समाज के निर्माता हैं। प्रदेश में चल रहे संगठन सृजन कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक प्रकोष्ठ समय-समय पर बड़ी भूमिका का निर्वहन करता रहा है। इस प्रकोष्ठ के माध्यम से प्रदेश में नई क्रांति का संचार होगा। एक प्रभारी के रूप में मेरी बहुत सारी उम्मीदें इस प्रकोष्ठ से जुड़ी हुई हैं। क्योंकि मैं एक छात्र आंदोलन से चलकर यहां तक पहुंचा हूं। लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई जो राहुल गांधी सड़कों पर उतरकर लड़ रहे हैं उसे सफल बनाने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है क्योंकि शिक्षक राजनैतिक दृष्टिकोण की दिशा और दशा दोनों बदल सकते हैं।
श्री पाण्डेय ने बताया कि संगठन सृजन के तहत प्रदेश भर के सभी जनपदों एवं स्कूल और कॉलेज में शिक्षक प्रकोष्ठ की यूनिट का गठन किया जाएगा। शिक्षक प्रकोष्ठ जिलों और मंडलों में गोष्ठियों का आयोजन करेगा जिसमें शिक्षकों की समस्याओं पर चर्चा होगी। शिक्षकों की समस्याओं को लेकर दिसंबर माह में प्रदेश स्तरीय आंदोलन किया जाएगा। विधान परिषद चुनाव में कांग्रेस पार्टी पूरी मजबूती के साथ उतरेगी और शिक्षक प्रकोष्ठ वोटर बनवाने के साथ-साथ एनएसयूआई और यूथ को भी मजबूती प्रदान करेगा।
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि शिक्षक समाज के अगुवा हैं वह समाज को दिशा दिखाने का काम करते हैं। आज जिस तरह की तानाशाही सरकार सत्ता में काबिज है उसे उखाड़ फेंकने में शिक्षक वर्ग महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेंगे।
आज केंद्रीय हिंदू विश्वविद्यालय सहित सभी विश्वविद्यालयों में आर.एस.एस का कब्जा होता जा रहा है। शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। इससे लड़ने का कार्य शिक्षक प्रकोष्ठ को करना है।
प्रो0 रविकांत जी ने कहा कि गांधी और अम्बेड़कर का लक्ष्य एक था। गांधी जी ने संविधान निर्माण का कार्य बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर को सौंपकर सामाजिक न्याय की जो अलख जलाई थी उसे आज जननायक श्री राहुल गांधी जी आगे ले जा रहे हैं। आज के दौर में शिक्षकों की भूमिका बढ़ गई है जिस तरह समाज के हर वर्ग प्रताड़ित हो रहा है उसमें समाज को संघर्ष करने का जज्बा शिक्षक समाज ही भर सकता है। जिस तरह भर्तियों में आरक्षण का पालन नहीं हो रहा है उसके लिए कांग्रेसजनों को ही सड़क पर उतरकर भाजपा सरकार के खिलाफ संघर्ष करना होगा।
कार्यशाला में शामिल हुए फुपुक्टा के प्रदेश महामंत्री प्रो0 प्रदीप सिंह ने कहा कि उच्च शिक्षा में भ्रष्टाचार की अति हो गई है। हम लोगों को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से मिलने के लिए उनके संसदीय कार्यालय वाराणसी पर धरना देना पड़ रहा है। शिक्षकों की हित सिर्फ कांग्रेस पार्टी में ही है क्योंकि कांग्रेस ही वह पार्टी है जिसने शिक्षकों के हितों में सदैव से कार्य किया है। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी शिक्षक प्रकोष्ठ के कोऑर्डिनेटर डॉ0 अमित कुमार राय ने प्रदेश के शिक्षकों की समस्याओं पर चर्चा करते हुए कहा कि वित्त विहीन शिक्षकों का तो भला इस भाजपा सरकार ने किया नहीं बल्कि एडेड माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों को प्रबंधकों का बंधुआ मजदूर बनाने का प्रयास कर रही है। धारा 18 एवं 21 को समाप्त कर शिक्षकों की सेवा सुरक्षा ही खत्म कर दी है। डिग्री कॉलेज के शिक्षक हो य प्राथमिक के सभी इस सरकार में त्रस्त हैं। मदरसा, संस्कृत पाठशाला इन सभी की समस्याओं पर विस्तृत प्रकाश डाला। आगे की कार्ययोजना बताते हुए कहा कि जिलों में जाकर संगठन का निर्माण किया जाएगा और जैसा कि राष्ट्रीय महासचिव जी का निर्देश है शिक्षकों की समस्याओं को लेकर आंदोलन और विधान परिषद चुनाव की तैयारी की जाएगी।
आज की कार्यशाला में तदर्थ शिक्षकों के नेता राहुल प्रताप सिंह, ए.आई.फुक्टो के जोनल सचिव प्रो0 अखिलेश राय, आजमगढ़ विश्वविद्यालय टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष एस.जेड. अली, वित्त विहीन महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष देवमणि तिवारी, संजय राय प्रियदर्शी, तुफैल खान, मो0 इशरार, प्रो0 विनोद चन्द्रा, मंजरी सिंह, अनंतराम सिंह, आदित्य मिश्रा, आगा परवेज मसीह, मो0 आरिफ, मुरली मनोहर सहित सैकड़ों की संख्या में प्रदेश भर से शिक्षक शामिल रहे।
आज केंद्रीय हिंदू विश्वविद्यालय सहित सभी विश्वविद्यालयों में आर.एस.एस का कब्जा होता जा रहा है। शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। इससे लड़ने का कार्य शिक्षक प्रकोष्ठ को करना है।
प्रो0 रविकांत जी ने कहा कि गांधी और अम्बेड़कर का लक्ष्य एक था। गांधी जी ने संविधान निर्माण का कार्य बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर को सौंपकर सामाजिक न्याय की जो अलख जलाई थी उसे आज जननायक श्री राहुल गांधी जी आगे ले जा रहे हैं। आज के दौर में शिक्षकों की भूमिका बढ़ गई है जिस तरह समाज के हर वर्ग प्रताड़ित हो रहा है उसमें समाज को संघर्ष करने का जज्बा शिक्षक समाज ही भर सकता है। जिस तरह भर्तियों में आरक्षण का पालन नहीं हो रहा है उसके लिए कांग्रेसजनों को ही सड़क पर उतरकर भाजपा सरकार के खिलाफ संघर्ष करना होगा।
कार्यशाला में शामिल हुए फुपुक्टा के प्रदेश महामंत्री प्रो0 प्रदीप सिंह ने कहा कि उच्च शिक्षा में भ्रष्टाचार की अति हो गई है। हम लोगों को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से मिलने के लिए उनके संसदीय कार्यालय वाराणसी पर धरना देना पड़ रहा है। शिक्षकों की हित सिर्फ कांग्रेस पार्टी में ही है क्योंकि कांग्रेस ही वह पार्टी है जिसने शिक्षकों के हितों में सदैव से कार्य किया है। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी शिक्षक प्रकोष्ठ के कोऑर्डिनेटर डॉ0 अमित कुमार राय ने प्रदेश के शिक्षकों की समस्याओं पर चर्चा करते हुए कहा कि वित्त विहीन शिक्षकों का तो भला इस भाजपा सरकार ने किया नहीं बल्कि एडेड माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों को प्रबंधकों का बंधुआ मजदूर बनाने का प्रयास कर रही है। धारा 18 एवं 21 को समाप्त कर शिक्षकों की सेवा सुरक्षा ही खत्म कर दी है। डिग्री कॉलेज के शिक्षक हो य प्राथमिक के सभी इस सरकार में त्रस्त हैं। मदरसा, संस्कृत पाठशाला इन सभी की समस्याओं पर विस्तृत प्रकाश डाला। आगे की कार्ययोजना बताते हुए कहा कि जिलों में जाकर संगठन का निर्माण किया जाएगा और जैसा कि राष्ट्रीय महासचिव जी का निर्देश है शिक्षकों की समस्याओं को लेकर आंदोलन और विधान परिषद चुनाव की तैयारी की जाएगी।
आज की कार्यशाला में तदर्थ शिक्षकों के नेता राहुल प्रताप सिंह, ए.आई.फुक्टो के जोनल सचिव प्रो0 अखिलेश राय, आजमगढ़ विश्वविद्यालय टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष एस.जेड. अली, वित्त विहीन महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष देवमणि तिवारी, संजय राय प्रियदर्शी, तुफैल खान, मो0 इशरार, प्रो0 विनोद चन्द्रा, मंजरी सिंह, अनंतराम सिंह, आदित्य मिश्रा, आगा परवेज मसीह, मो0 आरिफ, मुरली मनोहर सहित सैकड़ों की संख्या में प्रदेश भर से शिक्षक शामिल रहे।