शनिवार, 23 अगस्त 2025

लखनऊ :संस्कृति सप्ताह के तहत भारतीय संस्कृति के विविध रंग कार्यक्रम का आयोजन।।||Lucknow:Organization of the program 'Vividh Rang of Indian Culture' under Culture Week.||

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लखनऊ :
संस्कृति सप्ताह के तहत भारतीय संस्कृति के विविध रंग कार्यक्रम का आयोजन।।
पढ़ने से ज्यादा प्रभावकारी है व्यवहार में लाना और उसे जीना : डॉ लीना मिश्र।।
दो टूक : राजधानी लखनऊ 
बालिका विद्यालय इंटरमीडिएट कॉलेज मोतीनगर में संस्कृति सप्ताह के अंतर्गत भारतीय संस्कृति के विविध रंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
विस्तार :
भारत एक विविधता से भरपूर देश है, जहाँ विभिन्न बोली भाषाएँ और पहनावे प्रचलित हैं। यहां की भाषाएँ और पहनावे न केवल सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा हैं, बल्कि भारतीय समाज की विविधता को भी प्रदर्शित करते हैं। यहां 22 अनुसूचित भाषाएँ हैं, जिनमें हिंदी, बंगाली, पंजाबी, मराठी, तमिल, तेलुगु, गुजराती, उर्दू, और मलयालम जैसी प्रमुख भाषाएँ शामिल हैं। इन भाषाओं के अलावा, विभिन्न क्षेत्रीय बोलियाँ भी बोली जाती हैं, जैसे भोजपुरी, अवधी, कन्नड़, कश्मीरी, असमिया, और मैथिली। प्रत्येक राज्य और क्षेत्र की भाषा और संस्कृति में अनूठापन है। वहीं, भारतीय पहनावा भी विविधता का प्रतीक है। उत्तर भारत में साड़ी, सलवार-कुर्ता और शेरवानी प्रचलित हैं, जबकि दक्षिण भारत में सिल्क साड़ी और धोती का रिवाज है। पश्चिम भारत में राजस्थानी झूमर और घाघरा-चोली का विशेष महत्व है, और पूर्वी भारत में तसर साड़ी और स्टाइलिश कुर्ता आम हैं। इस तरह, भारत के विभिन्न भाषाएँ और पहनावे भारतीय समाज की सांस्कृतिक विविधता को जीवित रखते हैं और उसे दुनिया भर में एक अनूठी पहचान देते हैं। और इस संस्कृति को किताब में पढ़ने से कहीं प्रभावकारी है उसे व्यवहार में लाना और जीना या कार्यक्रमों के माध्यम से प्रस्तुत करना। इसी उद्देश्य से बालिका विद्यालय इंटरमीडिएट कॉलेज मोती नगर लखनऊ में आज भारत विकास परिषद महिला शाखा चौक के सौजन्य से संस्कृति सप्ताह कार्यक्रम के अंतर्गत भारतीय संस्कृति के विविध रंग कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसके अंतर्गत छात्राओं ने भारत के विभिन्न प्रांतो एवं प्रदेशों की संस्कृति को वहां की वेशभूषा और भाषा बोली के माध्यम से प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम का आयोजन ऋचा अवस्थी, मंजुला यादव और प्रतिभा रानी के निर्देशन में हुआ। विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र ने भारत विकास परिषद महिला शाखा चौक की कोषाध्यक्ष ज्योति अग्रवाल, गतिविधि संयोजिका साधना रस्तोगी और सदस्य शशि रस्तोगी का विद्यालय में स्वागत किया और सभी ने मां सरस्वती की प्रतिमा को पुष्प अर्पित किये। उसके पश्चात छात्राओं ने गणेश स्तुति के माध्यम से कार्यक्रम का प्रारंभ किया। कार्यक्रम का संचालन मंजुला यादव और कक्षा 12 की अंजलि पटेल ने किया ।छात्राओं ने राजस्थान, महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश, केरल, गुजरात, कोलकाता, बिहार, उत्तराखंड, मद्रास की संस्कृति को वहां के पात्रों की वेशभूषा और बोली के द्वारा प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की निर्णायक पूनम यादव और उत्तरा सिंह थीं। उमा रानी यादव, सीमा आलोक वार्ष्णेय, शालिनी श्रीवास्तव, अनीता श्रीवास्तव, माधवी सिंह, रागिनी यादव, मीनाक्षी गौतम और रितु सिंह ने कार्यक्रम के आयोजन के समय वहां उपस्थित होकर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। लगभग 35 छात्राओं ने इस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। कक्षा 10 की सुमन कन्नौजिया प्रथम, कल्पना गौतम द्वितीय और कक्षा 12 की काजल तृतीय स्थान पर रही। इसके अतिरिक्त कक्षा 10 की मुस्कान, कक्षा 9 की सोनी सिंह और इल्मा, कक्षा 12 की सना, गीतांजलि और कोमल को सांत्वना पुरस्कार प्राप्त हुआ। इन छात्राओं ने पोशाक और पात्रों के चरित्रों के प्रस्तुतीकरण से स्पष्ट किया कि भारतीय संस्कृति हमारी शान है और हमें अपनी  संस्कृति को बचाए रखना है। तभी हम सही मायनों में भारतीय संस्कृति की धरोहर को संरक्षित एवं सुरक्षित रख सकते हैं।