गोण्डा।
इन दिनों जहाँ जिले के तमाम किसान अभी भी धान की रोपाई कर रहे है, वहीँ क्षेत्र के एक अग्रणी किसान के खेत मे उत्तम प्रजाति का धान/फ़सल लगभग तैयार है, जल्द ही उसकी कटाई होगी। जी हाँ, हम बात कर रहे हैँ इटियाथोक ब्लाक क्षेत्र अंतर्गत रमवापुर नायक पंचायत के मरवटिया मजरे के अग्रणी/युवा किसान बिन्नू उपाध्याय की। इन्होने बताया की बीते 24 मार्च को 1692 पूसा बासमती प्रजाति के धान की नर्सरी डाले थे और 20 अप्रैल को 4 बीघा खेत मे इसकी रोपाई की थी। यह धान 110 दिन मे कटने लायक होता है जो अब लगभग तैयार है।
किसान विनोद उपाध्याय ने बताया की इस वैरायटी का धान काफी अच्छा होता है और खाने में भी स्वादिष्ट होता है। पूसा बासमती वैरायटी धान का पैदावार एक एकड़ में लगभग पंद्रह से सोलह कुंतल हो जाता है। विनोद उर्फ़ बिन्नू ने बताया की वह खेती किसानी के साथ ही पास के सदाशिव बाजार मे बीज व कीटनाशक आदि की दुकान करते है। उन्होंने कहा की वह पहले पारंपरिक तरीके से धान की खेती करते थे। फिर उन्होंने नई तकनीक अपनाई और साल में दो बार धान की फसल लगाने लगे है। इस तरह अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद जगी है। उन्होंने कहा की भारतीय कृषि अनुसंधान करनाल (हरियाणा) से उन्हें प्रेरणा मिली। फिर उन्होंने सोचा की क्यों ना हम भी साल में दो बार धान की खेती करें। फिर हमने धान के खेती की शुरुआत की और इससे अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि मौसमी धान की खेती से इस धान की देखभाल अधिक करनी पड़ती है। इसमें प्रायः पानी देना पड़ता है, क्योंकि गर्मी में इसकी खेती की जाती है इसलिए इसकी देखभाल ज्यादा करनी पड़ती है।
गौरतलब है की विनोद उपाध्याय वैज्ञानिक तकनीक से खेती कर रहे है। कडी मेहनत और लगन से वह अपनी कमाई को अधिक करने का प्रयास निरंतर कर रहे है। इन्होने हाल मे ही चार एकड़ खेत मे गन्ना के साथ सरसों, आलू, लहसुन, मेथी, प्याज आदि का सहफसली खेती किया था। इसमें उनको अधिक आय हुआ। इसी कड़ी में एक कदम और आगे इन्होने ऐसा तरीका अपनाया है जिससे वह साल में दो बार धान की उपज ले रहे है।। गोण्डा से प्रदीप पांडेय की ख़ास रिपोर्ट।।