लखनऊ :
बांधों की सुरक्षा पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन।
◆एनडीएसए और एसडीएसओ ने संयुक्त रूप से किया आयोजन।
दो टूक : बांधों की सुरक्षा और रखरखाव को लेकर रायबरेली रोड उतरटिया के वाल्मी भवन स्थित विश्वेश्वरैया सभागार में राष्ट्रीय बांध सुरक्षा प्राधिकरण व उत्तर प्रदेश राज्य बांध सुरक्षा संगठन के संयुक्त तत्वाधान में सोमवार को तीन दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत की गई । कार्यशाला की शुरुवात राज्य बांध सुरक्षा संगठन के मुख्य अभियंता ज्ञानेंद्र शरण व तकनीकी सलाहकार रमेश चंद्रा के द्वीप प्रज्वलन व गणेश वंदना से हुई।
विस्तार:
राज्य बांध सुरक्षा संगठन के मुख्य अभियंता ज्ञानेंद्र शरण व मुख्य अभियंता स्तर - 1 रमेश चंद्रा ने निर्दिष्ट बांधों की सुरक्षा, पुनर्वास एवं सुधार के लिए विकसित नए शाफ़्टवेयर वेब बेस्ड टूल को अपनाने पर बल दिया । वहीं राज्य बांध सुरक्षा संगठन के सहायक अभियंता व बांधों की सुरक्षा के तकनीकी जानकार सुनील कुमार मिश्र विकसित नए सॉफ्टवेयर वेब बेस्ड टूल विधा के माध्यम से निर्दिष्ट बांधों के जोखिमों के त्वरित निस्तारण पर विस्तृत चर्चा करते हुए सभी 149 संचालित निर्दिष्ट बांधों से संबंधित 44 अधिशाषी अभियंताओं, 87 सहायक अभियंताओं व अवर अभियंताओं को वेब बेस्ड टूल सॉफ्टवेयर के माध्यम से जोखिमों के त्वरित मूल्यांकन की चर्चा कर विस्तार पूर्वक समझाया । पहले दिन की कार्यशाला में मुख्य रूप से मौजूद रहे उत्तर प्रदेश राज्य बांध सुरक्षा संगठन के परियोजना निदेशक शशिकांत कुमार प्रियदर्शी, बांध प्रबंधक - प्रथम विनय कुमार व द्वितीय राकेश कुमार समेत अधीक्षण अभियंता रुहेलखंड आरके सिंह और डीडीओ सुनील कुमार ने भी अपने विचार रखे । कार्यक्रम के अंत में अवर अभियंता संदीप कुमार श्रीवास्तव ने कार्यशाला में शामिल अभियंताओं और अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए पहले दिन की कार्यशाला के समापन घोषणा की ।
◆दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत।