गोण्डा :
नकली करेंसी बनाने वाले गिरोह के दो लोगो को पुलिस ने किया गिरफ्तार ।
दो टूक : गोण्डा जनपद के थाना नवाबगंज पुलिस टीम ने नकली करेंसी बनाने वाले गिरोह का भण्डाफोड़ करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर नकली करेंसी और उपकरण भी बरामद किये है। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने सराहनीय कार्य करने वाली टीम को ₹25,000/- नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया है।
विस्तार :
अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय ने बताया की इस मामले मे अर्जुन गोस्वामी पुत्र मनोहर निवासी ग्राम कम्हरौरा, थाना करनैलगंज व विश्वनाथ सिंह पुत्र भगवती सिंह निवासी ग्राम तुलसीपुर मांझा थाना नवाबगंज के खिलाफ विधिक कार्रवाई हुई है। उन्होंने बताया की दोनों के कब्जे व निशानदेही से नकली करेंसी व करेंसी बनाने के उपकरण को बरामद किया गया है।
विस्तार:
यह है पूरा मामला - -अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया की 23 मई 2025 को थाना नवाबगंज पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि कुछ लोगो द्वारा कस्बा नवाबगंज के बढ़ईपुरवा मोहल्ला के एक किराए के मकान में नकली भारतीय करेंसी का निर्माण किया जा रहा है। पुलिस टीम द्वारा तत्काल बताए गए स्थान पर पहुंचकर अभियुक्त अर्जुन गोस्वामी पुत्र मनोहर गोस्वामी निवासी ग्राम कमरौरा थाना कर्नलगंज जनपद गोण्डा को नकली नोट बनाते समय गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में अर्जुन ने बताया कि नकली करेंसी निर्माण में उसका सहयोग विश्वनाथ सिंह पुत्र भगवती सिंह निवासी ग्राम तुलसीपुर मांझा थाना नवाबगंज करता है तथा अयोध्या में भी एक स्थान पर नकली नोट बनाने की फैक्ट्री है। अर्जुन गोस्वामी की निशानदेही पर पुलिस टीम रामहाल्ट स्टेशन, अयोध्या स्थित एक निर्माणाधीन मकान में पहुँचकर अभियुक्त विश्वनाथ सिंह को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के समय अभियुक्तों के कब्जे और कमरों से नकली करेंसी, करेंसी छापने की मशीनें, सांचे, कागज, प्रिंटर, रसायन, यूएसबी, कंप्यूटर उपकरण, हरे व सफेद रंग की नोट की तार बनाने की पन्नी, थिनर, डीकोटिंग पाउडर, हेयर ड्रायर, और अन्य निर्माण सामग्री बड़ी मात्रा में बरामद की गई। बरामद नकली नोटों में ₹100 के कुल 32 नकली नोट (₹3200 मूल्य) एवं 40 पृष्ठों पर ₹100, ₹200 व ₹500 के नोटों की छपाई शामिल है। इसके अतिरिक्त, 31 सादा पृष्ठों पर नकली हॉलमार्क सहित आरबीआई जैसी छपाई, तथा 2 पृष्ठों पर महात्मा गांधी की तस्वीर व 200 व 500 अंकित नोट की छपाई भी मिली। पूछताछ में अभियुक्तों ने नकली करेंसी निर्माण की बात स्वीकार की है यह अभियुक्तगण पूर्व में भी ऐसे अपराधों में लिप्त रहे हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ सुसंगत धाराओ मे अभियोग पंजीकृत किया गया है। थाना नवाबगंज पुलिस द्वारा अभियुक्तों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही के उपरांत उन्हें न्यायालय एएसजे-03 लखनऊ के समक्ष पेश किया गया।
(पूछताछ का विवरण)
पूछताछ के दौरान अभियुक्तगणों से ज्ञात हुआ कि यह लोग कई वर्षो से नकली भारतीय करेंसी बनाने का कार्य कर रहे है। प्रारंभ में उन्होंने इंटरनेट और यूट्यूब के माध्यम से नकली नोट बनाने की विधियाँ सीखी। बाद में लैपटॉप, प्रिंटर और नोट में प्रयुक्त चमकीली पन्नी तथा पेंट ऑनलाइन और स्थानीय बाजारों से एकत्र किए तत्पश्चात बनाये गए नकली नोटो का आम जनता को असली नकली की पहचान किए बिना ग्रामीण क्षेत्रों के कम पढ़े- लिखे दुकानदारों और फुटकर विक्रेताओं से से बदल देते थे। अभियुक्त अर्जुन इस गिरोह का सरगना है जिसका मुख्य सहयोगी विश्वनाथ सिंह है, जो न केवल नकली नोटों के निर्माण में तकनीकी सहायता देता है बल्कि नकली नोटों की आपूर्ति, वितरण एवं सौदे में भी भागीदार है।