लखनऊ :
युवक की मौत के मामले में लूटपाट व हत्या का मुकदमा हुआ दर्ज।।
■ पिता की शिकायत पर आशियाना पुलिस ने मृतक के चार दोस्तों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा।।
दो टूक : राजधानी लखनऊ के आशियाना थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाले पुलिस विभाग से सेवानिवृत निरीक्षक के बेटे की शनिवार शाम संदिग्ध परिस्थितियों में गंभीर रूप से चोटिल होने और इलाज के दौरान देर रात ट्रॉमा सेंटर में मौत के मामले में मृतक के पिता की लिखित शिकायत पर उसके चार दोस्तों के विरुद्ध लूटपाट कर हत्या करने के आरोप में रविवार देर रात मुकदमा दर्ज पुलिस अग्रिम विधिक कार्यवाही में जुटी है ।
विस्तार :
इंस्पेक्टर छत्रपाल सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि शारदा नगर योजना के रूचि खंड में रहने वाला अजय प्रताप सिंह उर्फ राहुल सिंह पुत्र धर्मपाल सिंह शनिवार शाम लगभग 7:30 बजे बंगला बाजार के सालेह नगर में सड़क के डिवाइडर किनारे गंभीर रूप से चोटिल अवस्था में मिला था । घायल के सालेह नगर में रहने वाले दोस्त सुरेश सिंह ने मामले की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को देकर घायल युवक को एंबुलेंस के द्वारा इलाज के लिए नजदीकी लोकबंधु अस्पताल पहुँचाया था । चिकित्सकों ने घायल की गंभीर हालत देख ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया, जहां देर रात इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई । मृतक के दोस्त ने मामले की सूचना मृतक के परिजनों को दी । मृतक के पिता सालेह नगर में रहने वाले मृतक के चार दोस्तों सुरेश सिंह, हरिश्चंद्र तिवारी, शम्भू कहार व नन्हा त्रिपाठी के विरुद्ध उनके बेटे से मोबाईल फोन समेत पचीस हजार रुपये नगदी व सोने की अंगूठी लूटने के इरादे से मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगा कर रविवार तड़के आशियाना थाने में नामजद लिखित शिकायत दिया । पिता की शिकायत पर देर रात मृतक के चार दोस्तों के खिलाफ लूट के प्रयास समेत हत्या की धाराओ में मुकदमा दर्ज कर मृतक के दोस्तों समेत उसके साथ बैठ कर नशा करने वाले अन्य साथियों से पूंछताछ की जा रही है । पुलिस हत्या और हादसे के बीच की गुत्थी सुलझा कर अग्रिम विधिक कार्यवाई में जुटी है । पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सर पर चोट लगने से मौत की पुष्टि हुई हैं ।
घर पर पसरे सन्नाटे के बीच पिता ने पुलिस पर लगाया आरोप :
जवान बेटे को खोने के गम में सोमवार सेवानिवृत्त निरीक्षक धर्मपाल के घर पर शोकाकुल माहौल में सन्नाटा पसरा रहा । बीच बीच में रिस्तेदारो व परिचितों के आने और जाने पर मृतक की माँ मंजू की चीख चीख कर रोने की आवाज से माहौल गमगीन हो रहा था । पिता धर्मपाल का आरोप था कि वह स्वयं पुलिस विभाग से निरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त है । पूरा जीवन पुलिस विभाग और लोगों की सेवा में लगा दी लेकिन विभाग उनकी पीड़ा को नहीं समझ रहा है । प्रभारी निरीक्षक घटना के वक्त से लेकर अभी तक एक बार भी उनके दरवाजे पर नहीं आए, जबकि उनके बेटे की पीठ, नाक और सर के पिछले हिस्से में चोट के निशान है । शरीर पर लगे चोटों के निशान से साफ प्रतीत हो रहा है कि उनके बेटे की हत्या की गई है लेकिन आशियाना पुलिस हत्या को हादसा बताने में जुटी हुई है ।