अम्बेडकर नगर :
पीएम आवास के नाम पर फर्जीवाड़ा,मकान स्वामी का पता नही धन का हो गया भुगतान।
दो टूक: अम्बेडकरनगर जनपद के विकास खण्ड रामनगर क्षेत्र मे सरकारी धन का बंदर बांट खुलेआम हो रहा है प्रधानमंत्री आवास के नाम पर धनराशि का भुगतान करा लिया गया लेकिन धरातल मकान नही बनाया गया। जिसे लेकर जागरूक नागरिक ने जिला मुख्य विकास अधिकारी से शिकायत करते हुए जांचकर उचित कार्रवाई की मांग की है।
विस्तार:
रामनगर विकास खण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत मरौचा पीएम आवास योजना में जमकर हो रहा भ्रष्टाचार का गन्दा खेल खेला जा रहा है गॉव के ही जागरूक नागरिक प्रवीण कुमार ने जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी से शिकायत करते हुए जांच की मांग किया है।
जागरूक नागरिक प्रवीण कुमार का आरोप है कि ग्राम पंचायत मरौचा में प्रधानमंत्री आवास के नाम पर सरकारी धन को गमन कर लिया गया। जिस महिला के नाम से पीएम आवास पास किया गया उस नाम की ग्राम पंचायत में कोई महिला नहीं रहती है विकासखंड रामनगर के जिम्मेदार अधिकारी और ग्राम सचिव ग्राम प्रधान मिलकर गंदा खेल कर रहे है आवास बना ही नहीं और पीएम आवास की तीनों किस्तो की धनराशि का भुगतान हो गया और आवास बनाने के नाम पर मनरेगा मजदूरो का भी भुगतान हो गया। आखिर इतना बड़ा फ्रॉड ग्राम सचिव और प्रधान मिलकर सरकार के धन को पलीता लगा रहे हैं। मजे की बात तो यह है।कि रामनगर ब्लॉक में अधिकारियों की सांठ-गांठ से सब कुछ संभव है।
ग्राम मरौचा निवासी सूर्यमुखी उर्फ सूर्या देवी पत्नी हीरालाल को पीएम आवास की तीनों किस्तो मै पैसा भुगतान हुआ जिसका आवास आज तक नही बना ।
आखिरकार जीरो टारलेंस की नीति पर चल रही यूपी सरकार में यह कैसे खेल हो रहा । जहां उत्तर प्रदेश सरकार गरीबों को रहने के लिए प्रधानमंत्री आवास की जरिए छत मुहैया कराना चाह रही है वहीं जिम्मेदार सरकार के मनसूबे पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं ग्राम सचिव और ग्राम प्रधान पर जिम्मेदार आखिरकार कार्रवाई से क्यों कतरा रहे है। भ्रष्टाचार में विडियो,एडीओ पंचायत,सेक्रेटरी एवं ग्रामप्रधान के संलिप्तता की चर्चा सरेआम हो रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम सचिव का प्रमोशन भी होने वाला है कहीं ऐसा तो इसलिए ग्राम सचिव के ऊपर कार्यवाही करने से जिम्मेदार अधिकारी कतरा रहे है जिम्मेदारो ने बचाने के लिए एक नया तरीका निकाल लिया। यदि कोई भ्रष्टाचार का आरोप लगाएगा वह शपथ पत्र देकर ही शिकायत करेगा।अर्थात खुद जांचकर ही शिकायत कर सकते है। अब कौन बताए जब दस्तावेज जिम्मेदारो के पास जनता क्यो शपथ पत्र दे। साहब का आदेश है शिकायत करनी है तो शपथ पत्र देना पडेगा। इस तरह भ्रष्टाचार पर लगाम लग चुकी। फिलहाल जागरूक नागरिक ने शपथ पत्र देते हुए सरकारी धन गमन करने की शिकायत किया है ।।