गोण्डा- जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में जिला गंगा समिति एवं जिला पर्यावरण समिति की संयुक्त बैठक कलेक्ट्रेट सभागार मे आयोजित की गई। बैठक में दोनों समितियों के कार्यों की प्रगति, वर्तमान एवं आगामी कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने उपस्थित सभी विभागीय अधिकारियों से अपेक्षित कार्यों की अद्यतन स्थिति प्राप्त करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि गंगा संरक्षण, नदी के तटीय क्षेत्रों का विकास, स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल हैं। इसलिए सभी संबंधित विभागों को समन्वयित रूप से कार्य करते हुए तय समय सीमा के भीतर सभी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से निर्देश दिया कि गंगा और अन्य जल स्रोतों में प्रदूषण नियंत्रण तथा कचरा प्रबंधन पर कड़ी निगरानी रखी जाए। औद्योगिक प्रतिष्ठानों, नगर निकायों और स्थानीय संस्थाओं द्वारा प्रदूषण नियंत्रण मानकों का पालन सुनिश्चित कराया जाए।
पर्यावरण संरक्षण के संबंध में जिलाधिकारी ने वृक्षारोपण, प्लास्टिक मुक्त अभियान, जैव विविधता संरक्षण तथा वायु गुणवत्ता सुधार जैसे मुद्दों पर भी विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि जनपद में पर्यावरणीय गतिविधियों को जन आंदोलन का स्वरूप दिया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने स्कूलों, पंचायतों, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा युवाओं को भी इन अभियानों से जोड़ने पर बल दिया।
जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों से कहा कि गंगा एवं पर्यावरण से संबंधित प्रत्येक कार्य की प्रगति रिपोर्ट समय-समय पर प्रस्तुत की जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि लापरवाही या विलंब पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी योजनाओं का भौतिक सत्यापन भी किया जाए और जमीनी स्तर पर कठिनाइयों को तत्काल दूर कराया जाए। बैठक में सभी अधिकारियों ने अपने अपने विभागों द्वारा की जा रही कार्यवाही तथा भविष्य की योजनाओं की जानकारी प्रस्तुत की।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा है कि सभी विभाग मिलकर समन्वय और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेंगे, जिससे जनपद गोण्डा में गंगा संरक्षण एवं पर्यावरण संवर्धन के क्षेत्र में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा कि स्वच्छ और सुरक्षित पर्यावरण ही जनपद के संतुलित एवं सतत विकास की नींव है।
