अम्बेडकरनगर :
पूर्वांचल का ऐतिहासिक गोविंद साहब मेले में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़।।
।।ए के चतुर्वेदी ।
दो टूक : अम्बेडकर नगर में पूर्वांचल के ऐतिहासिक गोविंद साहब मेले ने सोमवार को आस्था, आकर्षण और आर्थिक गतिविधियों का जीवंत दृश्य प्रस्तुत किया। पवित्र सरोवर में स्नान से लेकर मठ में माथा टेकने तक और रोमांचक जादू के करिश्मों से लेकर पशु बाजार की चहल-पहल तक - मेले का हर कोना श्रद्धालुओं और मेलार्थियों की उमड़ती भीड़ से गुलजार रहा।
धार्मिक आस्था के प्रतीक इस मेले में श्रद्धालुओं ने सुबह से ही पवित्र सरोवर में डुबकी लगाकर अपनी आध्यात्मिक यात्रा शुरू की, जिसके बाद मठ में विधिवत पूजन-अर्चन कर प्रसाद चढ़ाया। यह दृश्य भक्ति और श्रद्धा से ओत-प्रोत था।
'मौत का कुआं' जैसी रोमांचक प्रस्तुतियों और जादूगर के हैरतअंगेज करतबों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं, करीब 50 से अधिक खिलौना और सजावटी सामान (खजले) की दुकानों के साथ-साथ फैशन, कपड़ा, सौंदर्य प्रसाधन और खादी के स्टॉल भी खरीदारों से अटे पड़े थे।
एक विशेष आकर्षण था पशु बाजार, जहां गाय, भैंस और घोड़ों की विभिन्न नस्लों को खरीदारों के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जिसने किसानों और पशु प्रेमियों का विशेष ध्यान खींचा।
मेले में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने भी कमर कसी हुई है। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं, ताकि किसी को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
इस तरह, गोविंद साहब मेला सिर्फ एक मेला नहीं, बल्कि पूर्वांचल की सांस्कृतिक विरासत, धार्मिक आस्था और सामुदायिक उल्लास का प्राणवंत मंच बना हुआ है, जो हर उम्र और वर्ग के लोगों को एक सूत्र में पिरो रहा है।
