ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी तक मेट्रो लाइन का काम जल्द शुरू, एनएमआरसी ने डिजाइन सर्वे की तैयारियां तेज कीं!!
!!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!
दो टूक :: ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी तक प्रस्तावित मेट्रो लाइन पर जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है। नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) ने इसके लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। अधिकारियों के अनुसार, इस रूट के स्टेशनों और संरचना का डिटेल डिजाइन सर्वे अगले महीने से शुरू किया जाएगा। एनएमआरसी ने इसके लिए सलाहकार एजेंसी चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंचा दी है। तीन एजेंसियों ने आवेदन किया है, जिनमें से सबसे बेहतर प्रस्तुति देने वाली कंपनी को यह जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
एनएमआरसी दो हफ्ते के भीतर एजेंसी का चयन कर लेगा। चयनित एजेंसी हर स्टेशन और पिलर का डिजाइन तैयार करेगी, सिविल कार्य से संबंधित टेंडर दस्तावेज बनाएगी और परियोजना की लागत का आकलन करेगी। एजेंसी चयन के एक महीने के भीतर अपनी सर्वे रिपोर्ट सौंपेगी, जिसके बाद निर्माण कार्य के लिए टेंडर जारी किया जाएगा।
जिले में तीन नई मेट्रो लाइनें प्रस्तावित
ग्रेटर नोएडा में वर्तमान में तीन नई मेट्रो लाइनों का प्रस्ताव है—
- ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी तक,
- नोएडा सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क-5 तक,
- सेक्टर-38ए बॉटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142 तक।
इनमें से ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी रूट को केंद्र सरकार की मंजूरी मिल चुकी है, जबकि अन्य दो प्रस्तावित रूटों की स्वीकृति का इंतजार है। मंजूरी मिलते ही वहां भी सर्वे का कार्य शुरू किया जाएगा।
सबसे छोटा मेट्रो रूट बनेगा बोड़ाकी लाइन
एनएमआरसी अधिकारियों के अनुसार, यह ग्रेटर नोएडा की सबसे छोटी मेट्रो लाइन होगी। लगभग 2.6 किलोमीटर लंबे इस रूट पर दो स्टेशन — जुनपत और बोड़ाकी — बनाए जाएंगे। बोड़ाकी स्टेशन को आधुनिक और बड़ा स्वरूप दिया जाएगा। इस परियोजना के लिए दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (डीएमआईसी) जमीन उपलब्ध कराएगा। अधिग्रहण प्रक्रिया जल्द शुरू होने की संभावना है।
टोपोग्राफी सर्वे पूरा, अगले साल शुरू होगा निर्माण कार्य
एनएमआरसी के अधिकारियों ने बताया कि इस रूट का टोपोग्राफी सर्वे पहले ही पूरा किया जा चुका है। सर्वे में सड़क, अंडरपास, फ्लाईओवर, बिजली लाइन, सीवर लाइन जैसी सभी मौजूदा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया था। अधिकारियों के मुताबिक, यदि सभी प्रक्रियाएं समय पर पूरी हो गईं, तो बोड़ाकी मेट्रो रूट पर निर्माण कार्य मार्च या अप्रैल 2026 तक शुरू हो सकता है।
परियोजना को तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यानी अप्रैल 2029 तक इस रूट पर मेट्रो दौड़ने की संभावना है। निर्माण क्षेत्र में आने वाले लगभग 250 पेड़ों को हटाने या स्थानांतरित करने के लिए एनएमआरसी ने वन विभाग को पत्र भेजा है। विभाग से मंजूरी मिलते ही पेड़ों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाएगा।
ग्रेटर नोएडा के विकास को नई रफ्तार
माना जा रहा है कि ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी तक यह नई मेट्रो लाइन शुरू होने के बाद न सिर्फ क्षेत्र में आवागमन सुगम होगा, बल्कि बोड़ाकी ट्रांसपोर्ट हब और डीएमआईसी परियोजनाओं को भी नई गति मिलेगी। इससे निवेश और रोजगार दोनों में वृद्धि की उम्मीद है।
