मऊ :
पुलिस ने 6 डकैतों को गिरफ्तार, तीन बड़ी चोरियों का हुआ खुलासा।।
दो टूक : मऊ जिले के घोसी कोतवाली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने डकैती की योजना बनाते हुए छह शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से अवैध हथियार, चोरी का सामान और वाहन बरामद किए गए हैं। साथ ही, पूछताछ में इन आरोपियों ने जिले में हाल ही में हुई तीन बड़ी चोरियों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।
सुल्तानपुर रोड पर पकड़े गए आरोपी
कोतवाली पुलिस ने सूचना के आधार पर सुल्तानपुर रोड स्थित असना नहर के पास से इन बदमाशों को धर दबोचा। तलाशी के दौरान पुलिस ने एक चार पहिया वाहन, एक बुलेट बाइक, दो अवैध तमंचे, दो जिंदा कारतूस, चार जोड़ी पायल, दो जोड़ी बिछिया, एक जोड़ी पीली धातु का छाला और 5,000 रुपये नकद बरामद किए हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई है:
बृजेश कुमार उर्फ प्रिंस बासफोर, निवासी मानिकपुर असना, मऊ
गौरव यादव, निवासी सिउरी प्रेमरजा, बलिया
भगवान राजभर, निवासी असढिहा, बलिया
सोनू राजभर, निवासी अजोरपुर, मऊ
आर्यन यादव, निवासी सेनुराइच, मऊ
प्रवीण यादव, निवासी देवकली विशुनपुर, मऊ
मुख्य आरोपी पर दर्ज हैं 14 मुकदमे
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मुख्य आरोपी बृजेश कुमार उर्फ प्रिंस पर पहले से ही 14 गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वहीं गौरव यादव और भगवान राजभर पर बलिया में दो-दो मुकदमे, तथा सोनू राजभर पर मऊ में तीन मुकदमे दर्ज हैं।
तीन बड़ी चोरी की घटनाओं का खुलासा
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने निम्नलिखित घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार की है:
12 जुलाई की रात, अमिला थानीदास में यूपी बड़ौदा ग्रामीण बैंक का लॉकर तोड़ने का प्रयास
12 अगस्त की रात, पटखौली में रामबदन यादव के घर चोरी
2 सितंबर को मनई गुप्ता के बंद मकान का ताला तोड़कर चोरी
वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में हुई कार्रवाई
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक इलामारन के निर्देश पर एएसपी अनूप कुमार और सीओ जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में, कोतवाली प्रभारी प्रमेंद्र सिंह द्वारा की गई। सभी गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
पुलिस को मिली बड़ी सफलता, इलाके में राहत
इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस को जहां बड़ी सफलता मिली है, वहीं आम जनता ने भी राहत की सांस ली है। पुलिस अब इनके नेटवर्क की विस्तृत जांच कर रही है, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।