शुक्रवार, 17 अक्टूबर 2025

गौतमबुद्धनगर: दीपावली से पहले गौतम बुद्ध नगर में खाद्य सुरक्षा अभियान, दूषित खाद्य पदार्थ नष्ट, 04 नमूने जांच के लिए संग्रहित!!

शेयर करें:


गौतमबुद्धनगर: दीपावली से पहले गौतम बुद्ध नगर में खाद्य सुरक्षा अभियान, दूषित खाद्य पदार्थ नष्ट, 04 नमूने जांच के लिए संग्रहित!!

 !!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!

दो टूक :: गौतम बुद्ध नगर, 16 अक्टूबर 2025: आगामी दीपावली पर्व के मद्देनजर जिले के लोगों को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य एवं पेय पदार्थ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर मेधा रूपम के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।

जिलाधिकारी के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने जिले के विभिन्न प्रतिष्ठानों में निरीक्षण और छापेमारी कर खाद्य पदार्थों के नमूने जांच हेतु संग्रहित करना शुरू किया। यह अभियान खासकर त्योहारों के दौरान बाजार में बिकने वाले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए चलाया जा रहा है।

सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय सर्वेश मिश्रा ने बताया कि आज विभाग की टीम ने सूरजपुर स्थित सोनू पनीर भंडार से पनीर का 01 नमूना और संगम स्वीट से खोया का 01 नमूना संग्रहित किया। जांच के दौरान पाए गए लगभग 100 किग्रा दूषित पनीर को तत्काल प्रभाव से नष्ट कर दिया गया।

इसी प्रकार, ज़ेवर टोल प्लाजा पर सुबह की गई जांच में कौशल कुमार शर्मा के वाहन से ले जा रहे 450 किग्रा खोया का नमूना लिया गया। प्राथमिक परीक्षण में यह खोया मानक के अनुरूप नहीं पाया गया, जिसके कारण अवशेष को नष्ट कर दिया गया। इस कार्यवाही में विजय बहादुर पटेल और रविंद्र वर्मा ने सक्रिय भूमिका निभाई।

इसके अतिरिक्त, दनकौर स्थित शिव नमकीन भंडार से नमकीन का 01 नमूना भी लिया गया। इस प्रकार कुल 04 नमूने जांच हेतु प्रयोगशाला भेजे गए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

सर्वेश मिश्रा ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशन में यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। इसका उद्देश्य जिले के लोगों को त्योहारों के दौरान निर्धारित मानकों के अनुरूप शुद्ध और सुरक्षित खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराना है।

जिलाधिकारी मेधा रूपम ने कहा कि “जनपद वासियों की सेहत हमारी प्राथमिकता है। इस अभियान के तहत सभी खाद्य प्रतिष्ठानों की नियमित जांच सुनिश्चित की जाएगी ताकि किसी भी प्रकार का दूषित खाद्य पदार्थ बाजार में न पहुँच सके।”