ग्रेटर नोएडा का शो विंडो बदहाल: सूरजपुर-दादरी रोड पर गड्ढों और पानी ने बनाई जानलेवा स्थिति!!
दो टूक :: ग्रेटर नोएडा, जिसे राजधानी दिल्ली-एनसीआर का शो विंडो कहा जाता है, आज अपनी बदहाल सड़कों और प्रशासनिक लापरवाही के कारण सुर्खियों में है। सूरजपुर कस्बे से दादरी तक जाने वाला यह मुख्य मार्ग, जो नोएडा-ग्रेटर नोएडा-दादरी जीटी रोड को जोड़ता है, गड्ढों और जलभराव के चलते अब मौत का जाल बन चुका है।
लोगों का घर से निकलना हुआ दुश्वार
सूरजपुर कस्बे में स्थिति इतनी भयावह है कि बारिश होते ही सड़कें लबालब तालाब का रूप ले लेती हैं। जगह-जगह बने गहरे गड्ढों में भरे पानी ने राहगीरों की जिंदगी खतरे में डाल दी है। सुबह-शाम ड्यूटी पर जाने वाले लोग और स्कूली बच्चे तक इस खतरनाक रास्ते से गुजरने को मजबूर हैं।
- कभी ऑटो पलट जाते हैं,
- कभी स्कूटी और बाइक गड्ढों में गिरकर चालक घायल हो जाते हैं,
- हाथ-पैर टूटने जैसी घटनाएं आए दिन हो रही हैं।
स्थानीय निवासी सूबे बैसला का कहना है, “यहां हालत इतनी खराब है कि घर से निकलते वक्त डर लगता है। कभी भी हादसा हो सकता है। हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी खतरे में है।”
वहीं एक छात्रा नेहा सिंह कहती हैं, “हम रोज़ स्कूल जाने के लिए इस रास्ते से गुजरते हैं। कई बार तो बाइक और साइकिल फिसल जाती है। कभी बड़ा हादसा हो गया तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?”
वर्षों से अधर में समाधान
यह मार्ग न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि औद्योगिक क्षेत्रों और दफ्तरों तक आने-जाने वाले हज़ारों कर्मचारियों के लिए भी बेहद अहम है। इसके बावजूद, वर्षों से समस्या जस की तस बनी हुई है। सड़क की मरम्मत और जलनिकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
प्रशासन ने बंद की आंखें
लोगों का आरोप है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और जिला प्रशासन इस समस्या को लेकर पूरी तरह उदासीन है। कई बार शिकायत और प्रदर्शन के बावजूद अधिकारियों ने आंखें मूंद रखी हैं। नतीजा यह है कि आए दिन छोटे-बड़े हादसे होते हैं और लोग अपनी जान जोखिम में डालकर इस मार्ग से गुजरने पर मजबूर हैं।
जनता का सवाल
अब जनता पूछ रही है—
- आखिर कब सुधरेगी सूरजपुर-दादरी रोड की हालत?
- कब मिलेगा गड्ढों और पानी से निजात?
- और कब प्रशासन नींद से जागकर इस अहम मार्ग को सुरक्षित बनाएगा?
ग्रेटर नोएडा की सड़कों का यह हाल उस शहर की असलियत उजागर करता है, जिसे स्मार्ट सिटी और शो विंडो कहकर पेश किया जाता है।।