लखनऊ :
UP रोडवेज ने मनाया 53 वॉ स्थापना दिवस,कर्मचारी हुए सम्मानित।
◆परिवहन मंत्री ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का किया शुभारंभ।
दो टूक : उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की 53 वॉ स्थापना दिवस के मौके पर संचालन में बेहतर प्रदर्शन करने वाले कार्मिकों को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित।
विस्तार:
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के मार्श ऑडिटोरियम में यूपीएसआरटीसी के 53 वें स्थापना दिवस कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रीय प्रबंधकों/सेवा प्रबंधकों/सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों/निगम कर्मचारियों को बेहतर संचालन के लिए एवं चालकों परिचालकों को संचालन में बेहतर प्रदर्शन करने एवं बेहतर डीजल एवरेज प्राप्त करने के लिए सिल्वर कॉइन एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कुल 406 अधिकारियों/कर्मचारियों,चालकों/परिचालकों को सम्मानित किया। इसमें परिवहन निगम के परिवार के ऐसे सदस्यों(पत्नी,पुत्र,पुत्री)को जिन्होंने विभिन्न परीक्षाओं में चयनित हुए, उनको भी मेडल देकर सम्मानित किया।सेवानिवृत्त जी०एम श्री अजीत सिंह को लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
परिवहन मंत्री ने कहा कि 15 मई 1947 को पहली बार परिवहन निगम बस सेवा की शुरुआत की गई थी। उस समय यह सेवा लखनऊ से बाराबंकी तक के लिए थी ।उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी ने उस बस से पहली यात्रा की थी।उन्होंने कहा कि अपने निरंतर प्रयास से उत्तर प्रदेश परिवहन निगम प्रदेश में लोगों को बेहतर यात्रा मुहैया करा रहा है। विभिन्न प्रदेशों के साथ एम ओ यू किया गया है और परिवहन निगम की बसें उन प्रदेशों तक सेवाएं प्रदान करती हैं। सभी परिवहन निगमों में यूपीएसआरटीसी आज बेहतर है, जिसका श्रेय सभी कार्मिकों, चालकों/ परिचालकों को जाता है।
परिवहन मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम आज लाभ की स्थिति में है। इसका परिणाम है कि 1165 मृतक आश्रितों को नौकरी देने की प्रक्रिया गतिशील है।लाभ की स्थिति की वजह से समय-समय पर कार्मिकों को बोनस भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब हमने परिवहन विभाग का जिम्मा संभाला था ,उस समय परिवहन निगम बेड़े में 10 हजार से भी कम बसें थी, लेकिन आज परिवहन निगम के बेड़े में 13000 से ज्यादा बसें हैं। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम में बेहतर संचालन की वजह से बसों की औसत आयु भी बेहतर हुई है।
परिवहन मंत्री ने कहा कि परिवहन निगम में विगत समय से नियुक्तियां भी हुई हैं साथ ही लोक सेवा आयोग को ए आर एम सहित अन्य पदों की भर्तियों के लिए अधियाचन भेजा जा चुका है।जल्द ही सभी पदों पर भर्ती पूरी कर ली जाएगी। आने वाले दिनों में परिवहन निगम में कर्मियों की कमी दूर हो जाएगी।
परिवहन मंत्री ने कहा कि पीपीपी मॉडल पर बस अड्डे बन रहा है। बनने वाले बस अड्डे से परिवहन निगम को बेहतर आय प्राप्त होगी। जिसका उपयोग हम निगम को और बेहतर करने में कर सकते हैं।पीपीपी मॉडल पर बस अड्डों एवं डिपो को देने से निगम को बेहतर आय प्राप्त होगी न कि निजीकरण। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम अपने असेट्स को संरक्षण प्रदान कर रहा है। यहां पर आने वाले दिनों में बस अड्डे एवं अन्य भवनों का निर्माण होगा एवं लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। परिवहन निगम को राजस्व की भी प्राप्ति होगी।
परिवहन मंत्री ने कहा कि गांव को मुख्यालय से जोड़ने की योजना पर परिवहन निगम तेजी से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम का छोटी बसों जिसमें 32 एवं 25 सीटर बस शामिल है, को अपने बेड़े में जोड़ने की योजना है। यह प्रयास भी है कि बसें शाम तक ग्राम सभाओं तक वापस आ सकें, जिससे कि चालक/परिचालक अपने गांव में ही ठहर सके और अपने परिवार के साथ रह सके। उन्होंने कहा कि भविष्य में बनने वाले डिपो में चालकों/परिचालकों के रुकने की व्यवस्था होगी, जिससे कि वह आराम कर सके और बेहतर संचालन उपलब्ध करा सके। इससे एक्सीडेंट्स की संख्या में भी कमी आएगी। उन्होंने कहा कि साथ ही इन जगहों पर परिवहन निगम के कार्मिकों को भी रोकने की व्यवस्था होगी।
परिवहन मंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिक बस बेड़े को बढ़ाने के लिए बजट में प्रावधान किया गया है। आने वाले दिनों में इलेक्ट्रिक बस बेड़े को बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तक 15 बड़े शहरों में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जा रहा है।आने वाले दिनों में गांव में भी इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की योजना है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2027 तक परिवहन निगम अपने बेड़े को बढ़ाकर 25 हजार बसों का बेड़ा करने पर कार्य कर रहा है।
इस अवसर पर प्रबंध निदेशक श्री मासूम अली सरवर ने कहा कि आज बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है ,हम अपना 53 वां स्थापना दिवस मना रहे हैं । कार्मिकों का उत्साह बढ़ाने और मार्गदर्शन के लिए उन्होंने परिवहन मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में परिवहन निगम संकट का साथी बनकर सामने आया। चालकों/परिचालकों ने विपरीत परिस्थितियों में देश की सेवा की। इसके अतिरिक्त महाकुंभ 2025 में भी तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा प्रदान करने एवं माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए बेहतर कार्य किया, जिसकी प्रशंसा मुख्यमंत्री जी ने भी की।
एम०डी ने कहा कि 90% बसों में वीएलटिडी डिवाइस लगाया गया है। परिवहन निगम पीपीपी मॉडल पर बस अड्डों के निर्माण की दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है । इसके अलावा अपने संसाधनों से भी बस अड्डों का सुधारीकरण किया जा रहा है।परिवहन निगम अत्याधुनिक तकनीकी पर तेजी से भी काम कर रहा है,जिससे लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सके।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव परिवहन श्री अमित गुप्ता अपर प्रबंध निदेशक राम सिंह वर्मा , वित्त नियंत्रक परिवहन निगम अजय जौहरी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।