अम्बेडकरनगर :
बिजली मीटर के साथ कर्मचारियों का खेल,600 यूनिट की जगह भेजा 2180 यूनिट का बिल।
।। ए के चतुर्वेदी ।।
दो टूक : उत्तर प्रदेश सरकार बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने की बात कर रही है वहीं दूसरी ओर अम्बेडकरनगर के मकोईया बिजली उपखंड में उपभोक्ताओं को कर्जदार बनाने का खेल जोरों पर चल रहा है। उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया है कि मीटर रीडर कर्मचारी मनमाने ढंग से यूनिट बढ़ाकर भारी-भरकम बिजली बिल थमा रहे हैं।
जनपद के बसखारी निवासी मिश्री लाला उपभोक्ता ने जानकारी दी कि उनके मीटर में महज़ 600 यूनिट की खपत थी, लेकिन बिजली विभाग द्वारा जारी बिल में 2180 यूनिट दर्शाया गया। यानी 1500 यूनिट अधिक जोड़कर करीब चार गुना बिल थमा दिया गया। जब उपभोक्ता ने इसकी जांच कराई तो पूरे खेल का पर्दाफाश हुआ।
◆लाइन काटने की धमकी और दबाव में वसूली।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि जब उन्होंने बिल सही करवाने की कोशिश की, तो विभागीय कार्यालय में कई चक्कर लगवाए गए। कर्मचारियों द्वारा “कानून का पाठ” पढ़ाते हुए कहा गया कि यदि पूरा बिल जमा नहीं किया गया तो लाइन काट दी जाएगी। दबाव बनाकर उपभोक्ता से पूरा पैसा वसूला गया।
◆जिम्मेदारों की चुप्पी पर सवाल।
इस पूरे प्रकरण पर मकोईया बिजली उपखंड के अधिकारियों की चुप्पी सवाल खड़े कर रही है। उपभोक्ताओं का कहना है कि ऐसे मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है और यह कोई अलग-थलग घटना नहीं है, बल्कि व्यवस्थित शोषण का संकेत है।
◆जनता में आक्रोश, न्याय की मांग।
बिल बढ़ोतरी से परेशान उपभोक्ता अब सोशल मीडिया और जनप्रतिनिधियों से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते इस भ्रष्टाचार पर रोक नहीं लगी तो आम जनता पर आर्थिक बोझ और बढ़ता जाएगा।
संबंधित अधिकारियों से इस विषय पर जवाब लिया जाना आवश्यक है। क्या बिजली विभाग इस तरह की गड़बड़ियों पर कार्रवाई करेगा, या फिर उपभोक्ताओं की आवाज यूं ही दबाई जाती रहेगी?_