गोण्डा- अंतर्राष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस पर उत्कर्ष फाउंडेशन द्वारा इटियाथोक में पत्रकारों को शनिवार को सम्मानित किया गया। थाना के सामने स्थित प्रधान प्रतिनिधि इटियाथोक राजेश दुबे के आवास पर इस अवसर पर ख़ास समारोह का आयोजन किया गया। इसमें ब्लाक क्षेत्र के अनेक पत्रकारो को उत्कर्ष फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. रामानंद तिवारी ने अंगवस्त्र, पेन एवं डायरी भेंटकर सम्मानित किया। डॉ. रामानंद तिवारी ने कहा की "पत्रकार समाज का दर्पण होता है। स्वतंत्र और निर्भीक पत्रकारिता ही समाज को जागरूक और लोकतंत्र को मजबूत बनाती है। प्रेस की स्वतंत्रता का संरक्षण हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। मैं उन सभी पत्रकारों को नमन करता हूँ जो कठिन परिस्थितियों में भी सत्य के पक्ष में हमेशा खड़े रहते हैं।" अन्य वक्ताओं ने भी अपने संबोधन में कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और प्रेस की स्वतंत्रता एक समृद्ध समाज की आधारशिला है। उन्होंने सभी पत्रकारो के सहयोग की सराहना की। उत्कर्ष फाउंडेशन के प्रशासक राकेश चतुर्वेदी ने कहा कि पत्रकार समाज को आईना दिखाने का काम करते हैं। उन्होंने निष्पक्ष पत्रकारिता को पत्रकार की प्राथमिक जिम्मेदारी बताया। कहा कि पत्रकार गंभीर मुद्दों पर दबे- कुचले लोगों की आवाज बनते हैं। उन्होंने बिना डरे खबरें प्रकाशित करने वाले पत्रकारों की सराहना की। श्री चतुर्वेदी ने पत्रकारों और उनके परिवारों की सुरक्षा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पत्रकार बिना वेतन के दिन-रात कवरेज करते हैं जो काफी कठिन कार्य है।
कार्यक्रम के अंत में राजेश दूबे ने सभी पत्रकारों का धन्यवाद किया। समारोह में क्षेत्र के अनेक पत्रकारों सहित संस्था के प्रशासक राकेश चतुर्वेदी, अध्यक्ष विजय शुक्ला उर्फ बब्लू शुक्ला, प्रधान प्रतिनिधि इटियाथोक राजेश दुबे, समाजसेवी हरीश तिवारी, राजेश ओझा, अजय राठौर, कपिलेश्वर शुक्ला व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
गौरतलब है की अंतर्राष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक वर्ष 3 मई को मनाया जाता है। वर्ष 1991 में यूनेस्को और संयुक्त राष्ट्र के 'जन सूचना विभाग' ने मिलकर इसे मनाने का निर्णय किया था। 'संयुक्त राष्ट्र महासभा' ने भी '3 मई' को 'अंतर्राष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस' की घोषणा की थी। यूनेस्को महासम्मेलन के 26वें सत्र में 1993 में इससे संबंधित प्रस्ताव को स्वीकार किया गया था। इस दिन के मनाने का उद्देश्य प्रेस की स्वतंत्रता के विभिन्न प्रकार के उल्लघंनों की गंभीरता के बारे में जानकारी देना है।