लखनऊ :
दबंगों ने ट्रांसपोर्टर को अगवा कर बंधक बना पीटा किया वसूली।।
दो टूक: लखनऊ के आशियाना क्षेत्र में बीती 26 अगस्त को मामूली सी टक्कर पर कार सवार दबंगों ने ट्रांसपोर्टर को सरेराह कार से खींचकर अपनी कार में लाद ले गए और पूरी रात बंधक बना कर शराब के नशे में जमकर मारा पीटा और दो लाख रुपयों की मांग की पैसा मिलने पर दबंगों ने छोड़ दिया। पीड़ित ने थाना आशियाना में लिखित शिकायत दी ।
विस्तार :
लखनऊ इंदिरा नगर के लेखराज नगीना मार्केट में अपनी पत्नी मंजू और बच्चों के सात रहने वाले ट्रांसपोर्टर सुनील यादव की माने तो बीती 26 अगस्त की रात करीब 10:30 बजे वह कार से लोकबंधु चौराहे पर आये हुए थे । चौराहे पर जाम होने की वजह से सुनील यादव की कार धीमी हो गई । इसी बीच पीछे से आई सफेद रंग की आई 10 ग्रैंड कार ने सुनील यादव की गाडी में टक्कर मार दिया । कार में टक्कर लगने से नीचे उतरे सुनील यादव जब तक कुछ समझ पाते लगभग आधा दर्जन लोग आए और उन पर डंडे, रॉड व लात घूंसो से हमला कर दिया । सुनील यादव ने जान बचाने के लिए भागने का प्रयास किया तो आरोपितों ने कार से टक्कर मार कर उन्हे अपनी कार में लाद कर नादरगंज इलाके में ले गए जहां उन्हे बंधक बना कर दो लाख रुपए की मांग की । इस दौरान आरोपित दो लाख रुपए की मांग शराब पीते रहे । दो लाख रुपए देने में असमर्थता जताई तो दबंगों ने उन्हें जमकर पीटा और फोन कर सुनील यादव की पत्नी मंजू देवी से बात करा कर पैसों की मांग की । पति का रोना सुन घबराई पत्नी मंजू देवी ने 27 अगस्त की सुबह बाइक से उनके घर आए युवक को 10 हजार रुपए ऑन लाइन व 30 हजार नगद दे दिया । वही दबंगों ने सुनील यादव की जेब से साढ़े सात हजार की नगदी समेत हाथ में पहनी चांदी की ब्रेसलेट व टाइमेक्स घड़ी छीन कर किसी से शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी देते हुए सुनील यादव को छोड़ दिया । पीड़ित सुनील यादव ने बताया कि आरोपी युवक एक दूसरे को शुभम यादव, अंकुर वर्मा, अंशु सिंह, रिषभ सिंह, सादान मिर्जा आदि के नाम से संबोधित कर रहे थे। पीड़ित सुनील यादव ने बताया कि दबंगों की मार से उनके सर समेत शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोट आई है और उनका हाथ फैक्चर हो गया है पीड़ित सुनील ने रविवार स्थानीय आशियाना थाने में दबंगों के विरुद्ध लिखित तहरीर दी पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुटी है।।
इस्पेक्टर क्षत्रपाल सिंह ने कहना था कि मामला दोनो पक्षों में लेनदेन का है । मुकदमा पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है ।