मंगलवार, 30 अप्रैल 2024

लखनऊ : आडी कार चोरी की शिकायत निकली फर्जी,बीमा क्लेम के लिए रची साजिश हुआ गिरफ्तार।Lucknow : Complaint of Audi car theft turned out to be fake, person who hatched conspiracy for insurance claim was arrested.||

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लखनऊ : 
आडी कार चोरी की शिकायत निकली फर्जी, बीमा क्लेम के लिए रची साजिश हुआ गिरफ्तार।
■ 150 सीसीटीवी फुटेज की मदद फर्जी चोरी का पुलिस ने किया खुलासा।
दो टूक : राजधानी लखनऊ के थाना चिनहट इलाके से बीते शनिवार को मंहगी आंड़ी कार चोरो होने की सूचना पर स्थानीय पुलिस समेत
क्राइम टीम डीसीपी पूर्वी की टीम हरकत मे आयी और छानबीन शुरु कर दी। पुलिस टीम सीसीटीवी के सहारे एक युवक हिरासत पुलिस में लिया और उसके कब्जे से घटना में चोरी गयी आडी कार UP-32-HY-7711 बरामद किया गया। बीमा क्लेम के लिए चोरी होने की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने का पुलिस ने खुलासा किया। 
विस्तार
डीसीपी पूर्वी ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना चिनहट क्षेत्र निर्माण निगम विभूतिखण्ड गोमतीनगर लखनऊ मे कार्यरत अंकुर श्रीवास्तव ने थाना विभूतिखण्ड मे बीते 27 अप्रैल को आडी कार UP-32-HY-7711 आफिस के पास चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई थी। सूचना मिलने पुलिस टीम ने घटना स्थल के आस पास लगे सीसीटीवी फुटेज के सहारे मंगलवार को कार के साथ गाड़ी मालिक अंकुर श्रीवास्तव निवासी 
विक्रम नगर थाना पारा लखनऊ को हिरासत मे ले कर पूछताछ करते हुए विधिक कार्यवाही की जा रही है। इनका एक साथी फरार है जिसकी तलाश की जा रही है। पूछताछ मे पता चला कि आड़ी कार कीमती लगभग 45 लाख है डबल मुनाफा के चक्कर मे इन्होने फर्जी एफआईआर दर्ज कराई थी। बीमा क्लेम के लिए एफआईआर दर्ज कराया था और उसे चोर बाजार मे बेचने ले जाते समय मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर फर्जी एफआईआर का खुलासा किया।
करीब150 सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने फेक FIR का किया खुलासा।
पुलिस के मुताबिक निर्माण निगम के कर्मचारी की आड़ी कार चोरी होने की सूचना पर पुलिस टीम ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए घटना से लेकर सम्भावित रास्तों के करीब 150 सीसीटीवी फुटेज की मदद से मंगलवार को अंकुर श्रीवास्तव को आडी गाड़ी के साथ डीसीपी पूर्वी की क्राइम टीम व थाना विभूतिखण्ड की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा मोहान रोड कट, सरोसा भरोसा गावं के पास समय 12.30 बजे दोपहर में मय चोरी गयी आडी गाड़ी को हिरासत में लेकर घटना का अनावरण किया गया।
पूछताछ मे अंकुर श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि मेरी कार का एक्सीडेन्ट वर्ष 2019 में हो गया था मैं अपनी कार को बेचना चाहता था परन्तु एक्सीडेन्टल गाड़ी होने के कारण गाड़ी की कीमत 10 लाख से ज्यादा नहीं मिल पा रही थी जबकि गाड़ी की आडीवी वैल्यू वर्तमान समय में 40 लाख रुपया है। मैं अपने दोस्त हितेश निवासी पीरागढ़ी नई दिल्ली जिसका दिल्ली में अपना गाड़ियों का वर्कशाप है, गाड़ी के सम्बन्ध में यह योजना बनाई कि गाड़ी चोरी दिखाकर बीमा क्लेम प्राप्त कर लेगें एवं गाड़ी को भी कटवा देंगें। आज मैं दिल्ली लेकर गाड़ी जा रहा था कि पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया। मेरी हितेश से जान पहचान एक्सीडेन्ट के बाद गाड़ी को बनवाते समय हुई थी। आडी कार की चोरी की घटना असत्य पायी जा रही है। उक्त घटना वादी मुकदमा द्वारा अपने दोस्त हितेश के साथ मिलकर बीमा क्लेम के पैसे को प्राप्त करने के उद्देश्य से योजना बनाकर एफआईआर दर्ज करायी गयी थी। मुकदमा उपरोक्त को धारा 379 भादवि से धारा 195/420/120-बी भादवि में तरमीम कर वादी व उसके मित्र हितेश के विरुद्ध धारा 195/420/120-बी भादवि के तहत विधिक कार्यवाही की जा रही है। पकड़ा गया अभियुक्त निर्माण निगम लिमिटेड विभूतिखण्ड में एडी 2 के पद पर कार्यरत है UP32HY7711,
फेक FIR का खुलासा करने वाली पुलिस टीम--
उ0नि0 प्रमोद कुमार सिंह, थाना विभूतिखण्ड, उ.नि आसित यादव, हे.का.अजय सोनकर।
उ.नि सतीश कुमार, डीसीपी पूर्वी, क्राइम टीम,
हे.कां. परशुराम राय, कां.अजय तेवतिया। कां. विशाल कुमार, कां. हितेश कुमार,कां. हरिकिशोर, 
म.कां. शिल्पी पाण्डेय।
डीसीपी पूर्वी जोन की बाइट--