शुक्रवार, 28 नवंबर 2025

लखनऊ :दहेज प्रतिषेध अधिनियम पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम हुआ आयोजन।||Lucknow:A special awareness program was organized on the Dowry Prohibition Act.||

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लखनऊ :
दहेज प्रतिषेध अधिनियम पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम हुआ आयोजन।
दो टूक : राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को नारी शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज, कैसरबाग में दहेज प्रतिषेध अधिनियम (1961) पर आधारित विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान छात्राओं एवं शिक्षिकाओं को दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 के प्रावधानों की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। उन्हें बताया गया कि दहेज एक सामाजिक हिंसा है, तथा कोई भी सम्पत्ति, मूल्यवान वस्तु या प्रतिभूति जो विवाह के समय एक पक्ष द्वारा दूसरे पक्ष को दी जाए या देने का वादा किया जाए—वह दहेज की श्रेणी में आता है। कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि दहेज के संबंध में शिकायत कौन कर सकता है, कब और कहाँ की जा सकती है, जिससे महिलाओं में जागरूकता बढ़े और वे अपने अधिकारों को समझ सकें।
इसके साथ ही महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित महत्वपूर्ण योजनाओं—मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, पति की मृत्यु पर निराश्रित महिला पेंशन योजना, निराश्रित महिला की पुत्री विवाह सहायता योजना, दहेज के कारण परित्यक्त महिलाओं हेतु आर्थिक एवं कानूनी सहायता, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, स्पॉन्सरशिप योजना, उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोश योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना—की जानकारी भी विस्तार से दी गई।
महिलाओं की सुरक्षा एवं सहायता से जुड़े प्रमुख कानून जैसे—महिला कार्यस्थल लैंगिक उत्पीड़न निवारण अधिनियम 2013, घरेलू हिंसा अधिनियम 2005, दत्तक ग्रहण विनियम 2022, अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम 1956, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006, बाल संरक्षण योजना, प्रोबेशन ऑफ ऑफेंडर्स एक्ट 1958 तथा यूपी प्रिजनर्स रिलीज ऑन प्रोबेशन एक्ट 1938—की भी जानकारी छात्राओं को प्रदान की गई।
जनहित में महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबरों—1930 साइबर हेल्पलाइन, 101 अग्निशमन सेवा, 112 पुलिस आपातकालीन सेवा, 108 एंबुलेंस, 1098 चाइल्डलाइन, 181 विमेन्स हेल्पलाइन, 102 मातृ एवं शिशु एम्बुलेंस सेवा, 1090 वूमेन पावर लाइन एवं 1076 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन—से भी अवगत कराया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को दहेज प्रथा के दुष्प्रभावों, उसके कानूनी पहलुओं तथा महिलाओं के अधिकारों व सुरक्षा सेवाओं के बारे में सशक्त एवं संवेदनशील बनाना रहा। कार्यक्रम में विद्यालय प्रशासन, शिक्षिकाओं एवं छात्राओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता दर्ज की।