अलीगढ़ कोर्ट विवाद: नोएडा पुलिस की बड़ी कार्रवाई, चार सब-इंस्पेक्टर सहित छह पुलिसकर्मी सस्पेंड, जारचा एसएचओ लाइन हाजिर!!
!!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!
दो टूक:: अलीगढ़//नोएडा 5 नवंबर —
अलीगढ़ कोर्ट में वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच हुई झड़प के बाद नोएडा पुलिस कमिश्नरेट ने सख्त रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। ग्रेटर नोएडा के चर्चित सैंथली दोहरे हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी के दौरान अलीगढ़ कोर्ट परिसर में हुए विवाद के बाद चार सब-इंस्पेक्टर, एक हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल को निलंबित किया गया, वहीं जारचा थाने के एसएचओ को लाइन हाजिर किया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 30 अक्टूबर को दोहरे हत्याकांड के आरोपी शूटर सचिन गुर्जर और बॉबी तोंगड़ा उर्फ पहलवान अलीगढ़ कोर्ट में आत्मसमर्पण करने पहुंचे थे। इसी दौरान नोएडा पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची। आरोप है कि सिविल ड्रेस में मौजूद पुलिसकर्मियों ने कोर्ट परिसर में वकीलों के साथ धक्का-मुक्की करते हुए आरोपी को जबरन पकड़ने की कोशिश की।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अलीगढ़ बार एसोसिएशन ने पुलिस पर दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। वकीलों ने जिला जज के माध्यम से मुख्य न्यायाधीश को ज्ञापन भेजा, जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया।
जांच पूरी होने पर पुलिस कमिश्नरेट ने तत्काल प्रभाव से निम्न पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है —
- सब-इंस्पेक्टर भारत (थाना दादरी)
- सब-इंस्पेक्टर ललित गंगवार (थाना जारचा)
- सब-इंस्पेक्टर शुभम प्रधान (थाना जारचा)
- सब-इंस्पेक्टर प्रिंस यादव
- हेड कांस्टेबल सोहनवीर (थाना दादरी)
- कांस्टेबल गौरव (थाना जारचा)
जारचा थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
यह मामला अब पुलिस की कार्यशैली और कोर्ट परिसर में आचरण को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। वकीलों ने कहा कि “कोर्ट परिसर में पुलिस की यह कार्रवाई न्याय व्यवस्था की मर्यादा के खिलाफ है।”
वहीं, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि “पूरी जांच के बाद आगे की विभागीय कार्रवाई तय की जाएगी।”
यह घटना एक बार फिर पुलिस और वकीलों के रिश्तों में तनाव को उजागर करती है।
