बुधवार, 11 जून 2025

लखनऊ :आयुष्मान योजना के नाम पर 9.94 करोड़ रुपए का घोटाला,FIR दर्ज।Lucknow: FIR registered after Rs 9.94 crore scam in the name of Ayushman Yojana.||

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लखनऊ :
आयुष्मान योजना के नाम पर 9.94 करोड़ रुपए का घोटाला,FIR दर्ज।
अस्पताल में फर्जी लाभार्थियों के नाम पर हुआ घपला।
दो टूक : राजधानी लखनऊ में
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत लगभग 9 करोड़ 94 लाख रुपये का बड़ा घोटाला सामने आया है।इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब स्टेट एजेंसी साचीज की जांच में गड़बड़ी पाई गई। और साचीज एजेंसी ने कोतवाली हजरतगंज में तहरीर देते हुए एफआईआर दर्ज कराया है।पुलिस मामले की छानबीन मे जुटी हुई है।
विस्तार : 
मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत करीब 9 करोड़ 94 लाख रुपये का बड़ा घोटाले का मामला प्रकाश मे आया है। 
मामले को लेकर डॉ0 बृजेश कुमार श्रीवास्तव (नोडल अधिकारी) द्वारा थाना हजरतगंज मे लिखित सूचना दी गयी। और बताया कि प्रदेश की कार्यदायी संस्था साचीज (SACHIS) द्वारा संचालित आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत कुछ चिकित्सालयों को किए गए भुगतान में गंभीर अनियमितताएँ और धोखाधड़ी पाई गई हैं। अनियमित भुगतान: 1 मई 2025 से 22 मई 2025 तक, 39 चिकित्सालयों को 6239 दावों पर ₹9.94 करोड़ का गलत भुगतान किया गया। ISA (Implementation Support Agency), लेखाधिकारी, वित्त प्रबंधक और साचीज CEO के लॉगिन आईडी का दुरुपयोग करके भुगतान प्रक्रिया में हेराफेरी की गई। ये कार्य रात्रि समय में किए गए, जो संदिग्ध है। यह मामला सरकारी धन के गबन और साइबर धोखाधड़ी का है, जिसमें संबंधित अधिकारियों/एजेंसियों की लापरवाही या सहयोग शामिल हो सकता है। इस सूचना पर थाना हजरतगंज पर मु.अ.सं.- 150/25 धारा- 318(4) बीएनएस बनाम अज्ञात पंजीकृत कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
◆एजेंसी के मुताबिक रोजाना इस योजना में करीब 5000 लाभार्थियों को भुगतान किया जाता है। लेकिन हाल में सामने आई जांच में पता चला कि संबंधित अस्पतालों को कोई वास्तविक भुगतान सक्षम अधिकारी के द्वारा नही किया गया था। 
फर्जी लॉग इन के जरिए सारा सिस्टम हैक कर बैंक से सीधे पैसे ट्रांसफर कर लिए गए. इस खुलासे के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है।
◆इंस्पेक्टर विक्रम सिंह के अनुसार एजेंसी के CEO, मैनेजर और लेखाधिकारी की ईमेल आईडी और लॉगिन का दुरुपयोग कर इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया। मामले की गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है।
◆DCP मध्य जोन आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि मुताबिक एजेंसी की तरफ से मुकदमा दर्ज करवाया गया है. लाभार्थी और अस्पतालों से भी जांच की जाएगी. बिना सिग्नेचर के पैसा भेजने के कारणों की भी जांच की जा रही है।