लखनऊ :
PGI क्षेत्र में युवक का कंकाल मिलने से मचा हड़कंप,कपड़े हुई पहचान।।
दो टूक : राजधानी लखनऊ के थाना पीजीआई क्षेत्र रेवतापुर गॉव में शुक्रवार को नाले के किनारे युवक का कंकाल मिलने से इलाके मे सनसनी फैल गई देखते ग्रामीणों की काफी भीड़ जुट गई । कंकाल से थोड़ी दूर पर रखे कपड़े,चप्पल मिले है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कंकाल को कब्जे में लेकर विधिध कार्यवाही मे जुट गई। वहीं गुमसुदा युवक अंकुर के परिजन मिले कपड़े और चपल के आधार पर अपने बेटे अंकुर के रुप मे बताया है।
विस्तार :
मिली जानकारी के अनुसार थाना पीजीआई क्षेत्र के शकूरपुर निवासी विशाल ने बताया कि उनके पिता की मृत्यु हो चुकी है माता का नाम राजकुमारी है वह चार भाई हैं अंकुर 18 वर्ष सबसे छोटा था। और पिछले डेढ़ महीने से राधा निकुंज पार्क सेक्टर 8 में माली का काम कर रहा था। वह 22 सितंबर की शाम घर से निकला था और अपनी मां को बताया था कि थोड़ी देर में लौट कर घर आएगा। शाम करीब साढ़े आठ बजे मां ने फोन किया तो अंकुर ने कहा था कि नीलमथा में है आ रहा हू। लेकिन वह नहीं आया जब फिर फोन किया तो फोन बंद था।
तब उसकी तलाश शुरू की लेकिन वह नहीं मिला। पीजीआई पुलिस ने 25 सितंबर को गुमशुदगी में मुकदमा दर्ज कर उसे तलाश करने की सलाह दी।
16 सितंबर को खरीदकर दिया था मोबाइल ।
भाई विशाल ने बताया कि उसका भाई अंकुर सेक्टर 8 वृंदावन योजना के राधा निकुंज पार्क में माली का काम करता था उसके पास कोई मोबाइल फोन नहीं था।
जब उसकी पहली सैलरी 7800 रुपए आई तो भाई विशाल ने 5000 रुपए जमा कर,16 सितंबर को उसके लिए गौरी बाजार से किस्तों में नया मोबाइल फोन लेकर दिया था।
पड़ोसी पर हत्या का आरोप -
भाई विशाल ने बताया कि जानकारी करने पर पता चला कि मृतक अंकुर करीब साढ़े आठ बजे सेक्टर 6 के पास किसी ठेले पर पड़ोसी युवक राजवीर बाजपेई उर्फ अतुल के साथ देखा गया था उसी समय उसकी आखिरी बात मां से हुई थी।
सीडीआर में कुल चार लोगो की काल -
पुलिस के मुताबिक अंकुर के फोन की सीडीआर में कुल 4 लोगों से बात हुई है जिसमें बड़ा भाई विशाल, साहिल निवासी शकूरपुर,राजवीर बाजपेई निवासी शकूरपुर,और आखिरी काल उसकी मां राजकुमारी की है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी युवक राजवीर बाजपेई की उससे सबसे ज्यादा बात हुई है।
भाई विशाल ने बताया कि अंकुर की काले रंग की पैंट,ग्रे कलर की शर्ट और उसके स्लीपर चप्पल मिले हैं।
खून से लथपथ मिले कपड़े।।
विशाल ने बताया कि पड़ोसी युवक राजवीर बाजपेई 4 महीने पहले जेल से रिहा होकर आया है आखिरी समय तक वही साथ था लेकिन इतने दिनों में एक बार भी नहीं पूछने आया कि अंकुर मिला या नहीं । आशंका है उसी ने अंकुर की हत्या की है।
● इन्स्पेक्टर पीजीआई ब्रजेश चंद्र तिवारी ने बताया कि कपड़ों और चप्पल के आधार पर विशाल ने अपने भाई अंकुर के रुप मे की है।
आवश्यक विधिक कार्यवाही कर कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। वहीं डीएनए जांच की कार्रवाई के लिए अनुरोध किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और
डीएनए रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।