लखनऊ:
मजदूर दिवस पर दो मजदूरों की थम गई सांसे:
दो घंटे तक सीवर में बेहोश पड़े थे सफाई कर्मी,किसी ने नहीं ली सुध।।
हाल-फिलहाल जानकीपुरम में खुलेमेन होल में गिरकर हुई थी मासूम की मौत।।
नीरज श्रीवास्तव:
दो टूक: मजदूर दिवस के अवसर पर एक तरफ जहां पूरा प्रदेश और उससे जुड़े सरकारी तंत्र और नागरिक संगठन एक मई को अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाते हुए श्रमिकों के अधिकार व उनके हितों को रेखांकित करने में लगे थे। तो वहीं दूसरी ओर लखनऊ के वजीरगंज क्षेत्र शहीद स्मारक के पास बने एक सीवर में बिना किसी खास सुरक्षा उपकरणों के सफाई को उतरे दो मजदूरों की सांसें थम गईं और नगर वासियों की गंदगी की सफाई करते हुए एक तरह से शहीद हो गये...हालांकि इन मृत मजदूरों को नगर निगम क्या शहीद का दर्जा देगा, यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।
विस्तार:
मिली जानकारी के अनुसार थाना वजीरगंज क्षेत्र में सीवर की सफाई के दौरान दो सफाई कर्मियों की मौत का मामला सामने आया है, जहां शहीद स्मारक के सामने रेजीडेंसी गेट के पास बने सीवर की सफाई के लिए लगाए गए दो कर्मचारियों को मरणासन्न अवस्था में स्थानीय लोगों और पुलिस ने रेस्क्यू कर दोनों कर्मचारियों को सीवर से बाहर निकाला गया और मामले कि सूचना नगर निगम के अधिकारियों देकर दोनों सफाई कर्मचारियों को ट्रामा सेंटर ले जाया गया। सूचना पाकर नगर निगम और जलकल के लापरवाह अधिकारी सफाई कर्मियों की मदद करने भी देरी से मौके पर पहंचे। लापरवाह ठेकेदारों पर जलकल विभाग की मेहरबानी लगातार मजदूरों और आम इंसान की मौत की वजह बनता जा रहा है लेकिन इन लापरवाही अधिकारियों को क्यों बार बार बचाने का काम महापौर और नगर आयुक्त द्वारा किया जा रहा है।
■गौरतलब हो कि जलकल विभाग की लापरवाही के चलते जानकी पुरम में आठ वर्षीय मासूम शाहरूख की मौत का मामला अभी लोग भूल भी नहीं पाये थे, कि बुधवार को जलकल विभाग की एक और बड़ी लापरवाही के चलते बुधवार को रेजीडेंसी क्षेत्र में सीवर सफाई का कार्य कराया जा रहा था जिसके चलते दो प्राइवेट कंपनी के सफाई कर्मचारियों को बिना सुरक्षा व्यवस्था के ही सीवर मे सफाई के लिए उतार दिया गया जहाँ तड़प तड़प कर दो मजदूर नगर वासियों के लिए मजदूर दिवस पर शहीद हो गए।
एफ एस ओ मंगेश कुमार की बाइट--